प्रशासन ने मानी किसानों की शर्तें, धरना समाप्त

Tejkaur's death Case

20 दिन पूर्व बुढ़लाडा रेलवे स्टेशन पर हुई थी तेज कौर की मौत

  • तेज कौर के परिवार को नायब तहसीलदार दिए पांच लाख रुपये
  • प्रशासन ने पांच लाख रुपये भोग समागम पर देखने का ऐलान किया

मानसा (सच कहूँ/सुखजीत मान)। बुढ़लाडा के रेलवे स्टेशन पर किसानों के धरने के दौरान बीस दिन पूर्व किसान माता तेज का निधन हो गया था। इसके बाद किसान मुआवजे की मांग के लिए अड़ गए थे। किसानों ने इतने दिनों तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया। रविवार को किसान संगठन व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच समझौता हुआ। सरकार ने किसान संगठन की सभी शर्तें मान ली हैंं, जिस पर किसान संगठन ने अपना रोष धरना व घेराव रविवार से समाप्त कर दिया है। इसके तहत बीस दिन बाद तेज कौर का अंतिम संस्कार किया गया।

केंद्र सरकार के खिलाफ चल रहे किसान संघर्ष के दौरान नौ अक्टूबर को बुढलाडा के रेलवे स्टेशन पर लगाए धरने के दौरान तेज कौर का रेल पटरी पर निधन हो गया था। उनके परिवार को मुआवजा दिलाने के लिए किसान संगठन भाकियू एकता उगराहां की ओर से डीसी के दफ्तर व आवास का घेराव किया हुआ था। इसे लेकर रविवार को सरकार व किसानों के बीच समझौता होने के बाद किसान संगठन ने प्रदेश सरकार के खिलाफ धरना समाप्त कर दिया। जबकि केंद्र सरकार के खिलाफ रेलवे ट्रैक पर धरना जारी रहेगा।

कर्ज माफी के लिए सरकार को भेजी सिफारिश

संगठन के जिला प्रधान राम सिंह भैनीबाघा ने बताया कि गत रात्रि एसएसपी से किसानों की बैठक हुई। इसमें जिला प्रधान राम सिंह, इंदरजीत सिंह झब्बर, महिदर सिंह रोमाना, तेज कौर के बेटे बाबू सिंह व मिट्ठू सिंह शामिल हुए। पुलिस की ओर से डीएसपी गुरमीत सिंह शामिल हुए। इसमें तय किया गया कि परिवार को 10 लाख रुपया मुआवजा दिया जाएगा। इसमें पांच लाख रुपये के चेक भोग समागम में व पांच लाख नकद दिया जाना है।

किसान नेता ने बताया कि समझौते के अंतर्गत मानसा के नायब तहसीलदार बलविंदर सिंह ने रविवार को किसानों के धरने में आकर तीन लाख रुपये का चेक और दो लाख रुपये नकद तेज कौर के बेटे मिट्ठू सिंह को दिया। बाकी के पांच लाख रुपये तेज कौर के भोग समागम पर परिवार को दिए जाने का ऐलान किया। परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और परिवार के सिर कर्ज माफी की सिफारिश पंजाब सरकार को भेजी गई है।

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