एडिलेड। इंग्लैंड के खिलाफ एडिलेड में टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल मैच खेलने की तैयारी कर रहे भारत के कप्तान रोहित शर्मा नेट प्रैक्टिस के दौरान चोट खा बैठे। क्रिकइंफो के अनुसार रोहित थ्रोडाउन विशेषज्ञ की गेंदो को खेल रहे थे कि इस बीच एक गेंद उनके हाथ पर लगी जिसके बाद वे दर्द से कराह उठे।
टीम के फीजियो ने उनका हल्का उपचार किया जिसके बाद भारतीय कप्तान दोबारा अभ्यास के लिये नेट पर लौटे मगर एक गेंद खेलने के बाद उन्होने बल्ला किनारे कर लिया। वेबसाइट द्वारा जारी वीडियो में रोहित एक आइस बाक्स पर बैठ गये जहां चोटिल रोहित से मेंटल कंडीशनिंग कोच पैडी अप्टन ने बात की। गौरतलब है कि दस नवंबर को भारत टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से भिड़ेगा जबकि नौ नवंबर को पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान की टक्कर न्यूजीलैंड से होगी।
रबर बॉल से विकेट के पीछे खेलना सीखा: सूर्यकुमार
भारत के 360 डिग्री बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने सोमवार को बताया कि उन्होंने बचपन में रबर बॉल से खेलते हुए विकेट के पीछे शॉट लगाना सीखा है। सूर्यकुमार ने बीसीसीआई की ओर से जारी एक वीडियो में अश्विन के साथ बातचीत में कहा, ह्लमैं अपने शुरूआती दिनों में दोस्तों के साथ घर के पास रबर की गेंद से क्रिकेट खेलता था। वह 17-18 गज की पिच पर दौड़कर रबर की गीली गेंद फेंका करते थे। यह शॉट वहीं से आए हैं, मैं नेट में इनका अभ्यास नहीं करता।
सूर्यकुमार ने जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत के आखिरी सुपर-12 मुकाबले में भी अपनी चौतरफा बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। उन्होंने 25 गेंदों पर 61 रन की नाबाद पारी खेली, जिसमें छह चौके और चार छक्के शामिल थे। सूर्यकुमार ने कहा, ‘सामने की बाउंड्री 80-85 मीटर की होती हैं। यहां (आॅस्ट्रेलिया में) दाएं-बाएं की बाउंड्री भी करीब 70 मीटर की हैं। सिर्फ विकेट के पीछे ही 60-65 मीटर की छोटी बाउंड्री है। मैं इसके साथ प्रयोग करने का प्रयास करता हूं।
भारत का सामना गुरुवार को एडिलेड ओवल में इंग्लैंड से होगा
उन्होंने कहा, ‘मैं प्रारूप के अनुसार खेलने का प्रयास करता हूं। यह आपकी मानसिकता पर निर्भर करता है। मैं कोशिश करता हूं कि हर गेंद पर रन बना सकूं। अगर मुझे पहली ही गेंद पर अवसर मिले तो मैं रन बनाने की कोशिश करूंगा। यह सूर्यकुमार का पहला आॅस्ट्रेिलयाई दौरा है, लेकिन उनकी बल्लेबाजी इस सत्य को नकारती है। आॅस्ट्रेलिया के बड़े मैदानों और उछाल भरी पिचों पर जहां कई बल्लेबाज रन बनाना भूल जाते हैं, वहीं सूर्यकुमार पांच मैचों में 75 की औसत से 225 रन बना चुके हैं, जिसमें तीन अर्द्धशतक शामिल हैं।
सूर्यकुमार ने आॅस्ट्रेलिया में खेलने के बारे में कहा, ‘घर पर (भारत में) मैंने बड़े मैदानों पर खेलना पसंद किया है। हम जब वानखेड़े में प्रयास करते हैं तो वहां की पिचों पर भी अच्छा उछाल होता है। पिच क्यूरेटर अभ्यास के लिये तेज पिचे बनाते हैं। हां, वहां के मैदान इतने बड़े नहीं हैं, लेकिन मैं उछाल भरी पिचों पर खेलना पसंद करता हूं। यह मेरे लिये परेशानी का कारण नहीं रहा है।सूर्यकुमार ने जहां तेजी से रन बनाकर मध्य ओवरों में भारतीय पारी को गति प्रदान की है, वहीं उन्होंने टूनार्मेंट में कुछ अच्छे कैच भी लपके हैं। उन्होंने बंगलादेश के खिलाफ भारत की पांच रन की जीत में अफीफ हुसैन का कैच लपका था, जबकि जिम्बाब्वे के विरुद्ध मुकाबले में सूर्यकुमार ने सिकंदर रजा को कैच आउट किया।
सूर्यकुमार ने अश्विन के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘जब हम अभ्यास सत्र के लिये जाते हैं तो फ्लडलाइट्स के नीचे कैच पकड़ने की कोशिश करते हैं। हम फील्डिंग कोच के साथ काफी समय बिताते हैं जो मैच के दौरान फायदेमंद साबित होता है। विराट कोहली (246) के बाद टी20 विश्व कप 2022 में भारत के लिये सर्वाधिक रन बनाने वाले सूर्यकुमार ने सेमीफाइनल तक के सफर में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टूनार्मेंट के दूसरे सेमीफाइनल में भारत का सामना गुरुवार को एडिलेड ओवल में इंग्लैंड से होगा।
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