खेतों में खड़ी फसलों में भरा पानी, ग्रामीणों ने जड़े आरोप, प्रशासन ने जारी नहीं किया अलर्ट | Fazilka News
फाजिल्का (सच कहूँ/रजनीश रवि)। सीमावर्ती गांवों में तबाही मचाने के बाद एक बार फिर से सतलुज नदी (Sutlej River) का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। जिससे एक बार फिर से किसानों को उनकी फसलों के बर्बाद होने का भय सताने लगा है। किसानों का कहना है कि अगर जलस्तर बढ़ने की रफ्तार इसी प्रकार रही तो अगले कुछ घंटों में कई गांवों की स्थिति खराब हो सकती है।
सीमावर्ती गांव तेजा रुहेला, ढाणी सद्दा सिंह, कावांवाली, महात्म नगर, गुलाबा भैणी, गुद्दड़ भैणी, घुरकां, मुहार जमशेर, ढाणी नत्था सिंह, आतूवाला, ढंडी कदीम, पीरेके उताड़ आदि कई अन्य सरहदी गांवों में बाढ़ का फिर से खतरा मंडराने लगा है। जिससे ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी फिर से हाल-बेहाल होने लगी है। उक्त गांवों की फसलें एक बार फिर से जलमग्न हो रही हैं। Fazilka News
ग्रामीण गुरदीप सिंह निवासी राम सिंह वाली भैणी, अशोक सिंह, चरण सिंह तथा वरिंदर सिंह निवासी महात्म नगर का कहना है कि एक बार फिर से यहां पर सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। जिसके चलते उन्हें अपनी फसलों के डूब जाने से भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि जलस्तर बढ़ने की सूचना पल-पल देने वाले प्रशासन द्वारा अभी तक इस बाबत कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। शुक्रवार से प्रशासन के किसी भी बड़े अधिकारी या पंजाब सरकार के जनप्रतिनिधि द्वारा लोगों का हालचाल जानने के लिए गांवों का दौरा नहीं किया गया है।
डिप्टी कमिश्नर डॉ. सेनू दुग्गल के अनुसार प्रशासन की बाढ़ को लेकर हर स्थिति पर पूरी तरह नजर है। उनका कहना है कि फिलहाल स्थिति काबू में है। किसी को भी घबराने की जरुरत नहीं है। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जेसीबी मशीनें तैयार रखी गई हैं, जो कि हर स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहेंगी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी अपने दल-बल सहित प्रभावित क्षेत्रों में चेकअप कैंप लगा रही हैं। Fazilka News
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