लखनऊ: यूपी में जिस संदिग्ध पदार्थ को लेकर प्रदेश से लेकर देश में शोर मचा, वह दरअसल विस्फोटक था ही नहीं। इस पदार्थ को घातक पीईटीएन बताया गया था। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसपर सदन को संबोधित कर सुरक्षा चाक चौबंद करने की बात कही थी। लेकिन अब जांच में साफ हो गया है कि वह पाउडर पीईटीएन नहीं था।
हालांकि, सरकार अब भी इस संदिग्ध पाउड को विस्फोटक नहीं मानने से इनकार कर रही है। सरकार का कहना है कि शुरुआती जांच के बाद संदिग्ध पाउडर में PETN विस्फोटक मिलने की पुष्टि हुई थी।
जानकारी के मुताबिक, आगरा फॉरेंसिक लैब की एक्सप्लोसिव रिपोर्ट में बताया गया है कि विधायक की सीट के नीचे से मिले पाउडर में विस्फोटक नहीं है। इस पाउडर की जांच लैब के चार वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम ने की थी।
यूपी सरकार ने दी सफाई
हालांकि यूपी सरकार ने सफाई देते हुए कहा है कि यूपी विधानसभा में मिले पाउडर को जांच के लिए आगरा की फ़ॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी में भेजा ही नहीं गया था, क्योंकि उनके पास ये टेस्ट करने की सुविधा ही नहीं है। सरकार का कहना है कि लखनऊ की फॉरेंसिक साइंस लैब ने 14 जुलाई को की गई शुरुआती जांच के बाद संदिग्ध पाउडर में पीइटीएन विस्फोटक मिलने की पुष्टि की थी। संदिग्ध पाउडर विस्फोटक था या नहीं ये पता करने के लिए एसएफएसएल लखनऊ-इनफ्रेरेड स्पेक्ट्रम और गैस क्रोमेटोग्राफी-मास स्प्रैक्टम में जांच चल रही है। उम्मीद है कि इसकी रिपोर्ट गुरुवार तक आ जाएगी।
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