श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यूज)। सूरतगढ़ से आ रही 220-केवी विद्युत लाइन में फाल्ट आ जाने के चलते आज जिले का अधिकार क्षेत्र अंधेरे में डूब गया। अल भोर के साथ शुरू हुई कटौती समाचार लिखे जाने तक जारी थी और विद्युत अधिकारियों के पास अभी तक लाइट आने की सही जानकारी नहीं थी। अधिकारी एक ही बात कह रहे थे कि फाल्ट ढूंढ रहे हैं जल्द लाइट आ जाएगी। विद्युत आपूर्ति के ठप रहने के कारण लोगों का कामकाज भी प्रभावित हुआ। विद्युत निगम के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सूरतगर्द थर्मल पॉवर स्टेशन की 220 केवी सप्लाईन बड़ा फाल्ट आ गया।
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इस फाल्ट के चलते जिले के अधिकांश हिस्सों में प्रात: करीब तीन बजे बिजली चली गई। सप्लाई लाइन में फालट आने की जानकारी डिस्कॉम के तकनीकी अधिकारियों को दी गई। इसके बाद तकनीकी अधिकारियों की टीम फाल्ट को दूर करने में जुट गई। घने कोहरे की वजह से भी डिस्कॉम के अधिकारियों-कर्मचारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इसके लिए उन्हें लाइनों में फाल्ट ढूंढने में परेशानी हुई।
विद्युत विभाग के अधिकारी ने बताया कि विभाग की टेक्निकल टीम प्रात: से ही फाल्ट को ढूंढने में लगी थी। लगभग ग्यारह बजे कैंचियां केनजदीक मुख्य लाइन का वायर टूटा हुआ मिला। इसको दुरुस्त करने के बाद संभावना थी कि सप्लाई दोपहर तक शुरू हो जाएगी, लेकिन इस फाल्ट को दूर करने के बाद भी सप्लाई शुरू नहीं हुई, तो अन्य फाल्ट तलाश किया जा रहा था, जिसके चलते जिले की विद्युत सप्लाई व्यवस्था समाचार लिखे जाने तक बहाल नहीं हो पायी थी।
घण्टों तक बिजली आपूर्ति नहीं होने के कारण जिले में पेयजल आपूर्ति में भी बाधा उत्पन्न हो गई। लोगों को पानी के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ा। बिजली नहीं होने के कारण लोग पहले से ही परेशान थे और ऊपर से पेयजल आपूर्ति गड़बड़ाने के कारण उनकी मुश्किलें ज्यादा बढ़ गईं। लोग बिजली के साथ-साथ पेयजल आपूर्ति बहाल होने का इंतजार भी करते दिखाई दिये। जिले के अनेक हिस्सों में कई घण्टों तक बिजली के ठप रहने के कारण विद्यार्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुबह जल्दी उठकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ा।
अनेक विद्यार्थी सुबह पढ़ने के लिए जल्दी उठे तो जरूर, लेकिन बिजली नहीं होने की सूरत में पहले तो वे बिजली आपूर्ति बहाल होने का इंतजार करते रहे और जब आपूर्ति बहाल नहीं हुई, तो बाद वे अन्य विकल्प तलाश करते नजर आये। कई घण्टे बिजली ठप रहने के कारण इन्वर्टर भी जवाब दे गए। पानी गर्म करने को लेकर भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि अनेक घरों में पानी गर्म करने के लिए गीजर की सुविधा है। बिजली के अभाव में लोग पानी गर्म करने के लिए भी अन्य विकल्प तलाशते दिखाई दिये।
सांसद का आभार जताया
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल करने की माँग लोकसभा में उठाने पर सांसद निहालचंद का आभार व्यक्त किया है। जिलाध्यक्ष आशुतोष गुप्ता ने कहा कि श्रीगंगानगर से लगभग 5 किलोमीटर दूर पड़ौसी राज्य पंजाब में पेट्रोल लगभग 18 रुपए तथा डीजल लगभग 12 रुपए प्रति लीटर सस्ता होने के कारण काश्तकारों व जिलेवासियों को भारी आर्थिक व मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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