लखनऊ: गोरखपुर में हाल ही में हुई 30 से ज्यादा बच्चों की मौत को लेकर शिवसेना ने योगी और मोदी सरकार की अालोचना की है। पार्टी ने अपने माउथपीस ‘सामना’ में इस घटना को ‘सामूहिक बालहत्या’ करार दिया है और इसे स्वतंत्रता दिवस का अपमान बताया है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने गोरखपुर ट्रेजडी पर स्वत: संज्ञान (स्यू मोटो) लेने से इनकार कर दिया। चीफ जस्टिस जेएस खेहर ने पिटीशनर से कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ खुद मामले को देख रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर करने को कहा।
कोर्ट नहीं करेगा दखल
गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेने से मना कर दिया है। सोमवार को कोर्ट ने कहा है कि इस मुद्दे पर कोई भी याचिकाकर्ता हाई कोर्ट जा सकता है। कोर्ट ने कहा कि इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री खुद नजर बनाए हुए है।
नहीं आए अच्छे दिन
सामना के अपने एडिटोरियल में शिवसेना ने मोदी सरकार पर कमेंट करते हुए लिखा है केंद्र में सत्ता परिवर्तन होने के बावजूद आज भी सरकारी हॉस्पिटल्स में गरीब और ग्रामीण लोगों के लिए ‘अच्छे दिन’ नहीं आए हैं।
मंत्री के घर पड़े अंडे-टमाटर
घटना के बाद उत्तर प्रदेश के स्वास्थय मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों और छात्र नेताओं ने मंत्री के घर पर अंडे-टमाटर की बौछार कर दी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल थे। बता दें कि घटना के बाद सिद्धार्थ नाथ सिंह का बयान आया था, कि इन मौतों का कारण सिर्फ ऑक्सीजन की कमी नहीं है।
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