ब्रिस्बेन (एजेंसी)। वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट के तीसरे दिन रविवार को सातवें विकेट के लिए आॅस्ट्रेलिया में तीसरी सबसे बड़ी भारतीय साझेदारी और ब्रिस्बेन में सातवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी की तथा कपिल देव और मनोज प्रभाकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। सुंदर और ठाकुर ने अपने पहले अर्धशतक बनाये और सातवें विकेट के लिए 36 ओवर की बल्लेबाजी में 123 रन जोड़े। पदार्पण पारी में सुंदर की किसी भी भारतीय द्वारा खेली गई यह तीसरी सबसे बड़ी पारी है।
इससे पहले राहुल द्रविड़ ने 95 और बापू नाडकर्णी ने 68 रन की पारी खेली थी। ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने 2018-19 के पिछले आॅस्ट्रेलियाई दौरे में सातवें विकेट के लिए 204 रन जोड़े थे जबकि विजय हजारे और हेमू अधिकारी ने 1947-48 में एडिलेड में सातवें विकेट के लिए 132 रन जोड़े थे। अब सुंदर और ठाकुर ने ब्रिस्बेन में सातवें विकेट के लिए 123 रन जोड़े। दोनों बल्लेबाजों ने अपनी इस साझेदारी से कपिल देव और मनोज प्रभाकर के 1991 में ब्रिस्बेन में सातवें विकेट के लिए 58 रन के 30 साल के पुराने रिकॉर्ड को तोड़ा।
- ठाकुर आठवें क्रम पर उतरकर इस मैदान पर अर्धशतक बनाने वाले 20 साल में पहले खिलाड़ी बने।
- इसके पहले यह काम पाकिस्तान के मोईन खान ने किया था।