सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि भगवान का जाप करने से आत्मबल आता है और इंसान बुराइयों से मुक्त होकर जीवन व्यतीत करने लगता है। गुरूमंत्र का जाप करने से घर में सुख शांति आती है और इन्सान बीमारियों से मुक्त हो जाता है। आप जी ने फरमाया कि इंसान 24 घंटों में से एक-एक घंटा सुबह-शाम दो महीने लगातार सुमरिन करे तो अंदर से भगवान के नजारे मिलने शुरू हो जाएंगे। महाकाल के हथियार काम-वासना, क्रोध, लोभ, मन और माया मनुष्य के कीमती स्वासों को लूट रहे हैं। जिनसे बचने का एकमात्र साधन गुरूमंत्र का जाप करना है। गुरूमंत्र में जीवन का सार छिपा हुआ है।
इंसान के पास अल्लाह, वाहेगुरू को याद करने का समय नहीं है लेकिन मुसीबत आने पर भगवान को याद करते हैं अगर सुख शांति में अल्लाह, वाहेगुरू की इबादत की जाए तो इंसान को दु:ख आएगा ही नहीं। आदमी सुख में भगवान को याद नहीं करता। अगर इंसान काम करते हुए भगवान को याद करे और वह सहायता करने के लिए चला आता है। धर्मों में इंसान को खुद मुख्तियार कहा गया है भगवान की भक्ति न करो तो वह देगा कैसे अगर गुरूमंत्र का जाप करो तो आप अपनी तकदीर बदल सकते हैं और इंसान अपनी भाग्य रेखा को बदल सकता है, लेकिन इंसान को अपने संचित कर्मों से बचने के लिए गुरूमंत्र का जाप करना होगा जिससे कर्मबाधा दूर हो जाएगी।
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