खैहरा की बगावत में फंसे विधायक, लेकिन नहीं टूटेगी ‘आप’!

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बठिंडा/सच कहूं न्यूज

आम आदमी पार्टी के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने वीरवार को बठिंडा के गुरु नानक देव थर्मल प्लाट में आयोजित कान्वेंशन में बगावती तेवर दिखाते छह प्रस्ताव पारित कर दिल्ली हाईकमान को चुनौती दे दी। उन्होंने प्रस्तावों के माध्यम से स्पष्ट कर दिया कि पंजाब में दिल्ली का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं होगा और पंजाब में पंजाबी ही आम आदमी पार्टी को चलाएंगे।

चाहे इस बगावत ने पंजाब की राजनीति में भूचाल ला दिया है, लेकिन लेकिन आम आदमी पार्टी के सभी विधायक अंदरुनी तरीके से इस मामले को शांत करना चाहते हैं क्योंकि कई ऐसे भी कारण हैं जिनके कारण आम आदमी पार्टी के विधायक अपने पद को छोड़ना नहीं चाहते। इसके पीछे पद का लाभ व आर्थिक कारण मुख्य हैं।

कोई विधायक चुनाव से नहीं जाना चाहता

पार्टी के विधायक भले ही हाईकमान के खिलाफ झंडा बुलंद करके बैठे हैं लेकिन सच्चाई यह है कि इनमें से कोई भी विधायक अपने पद को छोड़ना नहीं चाहेगा। विधायकों का चुनाव हुए अभी महज कुछ माह ही हुए हैं और सारे विधायकों का करीब साढ़े तीन साल का कार्यकाल बाकी है, लिहाजा कोई विधायक उपचुनाव में जाने का जोखिम नहीं लेना चाहेगा। सारे विधायकों ने चुनाव के दौरान लाखों रुपए खर्च किए हैं।

विधायकों का वेतन एक बड़ा कारण

सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए पद पर बने रहने के साथ-साथ आर्थिक कारण के चलते भी विधायक अपने पद को छोड़ना नहीं चाहेंगे। पंजाब में एक विधायक का मासिक वेतन 84 हजार है जबकि पैट्रोल और डीजल के खर्च के तौर पर विधायक को 30 हजार रुपए प्रति माह मिलते हैं। इसके अलावा विधायक डीए के रूप में 50 हजार रुपए प्रति माह तक का दावा करते हैं। कुल मिला कर एक विधायक को हर माह करीब डेढ़ लाख रुपए तक मिलते हैं और साल में यह रकम करीब 18 लाख बनती है और साढ़े 3 साल में विधायक रहने की स्थिति में विधायकों को 63 लाख रुपए मिलेंगे। कोई भी विधायक इतनी बड़ी रकम हाथ से नहीं निकलने देगा और उपचुनाव में खर्च झेलने का जोखिम नहीं उठाएगा।

भटिंडा कनवेंशन में इन 6 प्रस्तावों को दी गई मंजूरी

  • आम आदमी पार्टी पंजाब स्वयं को खुद मुख्तियार बनाती है। यह अपने फैसले खुद करेंगी, पार्टी चलाने के नियम व कायदे भी पंजाब के लोग बनाएंगे। आप राष्ट्रीय दल है इसलिए जो फैसले होंगे उसके बारे में हाईकमान को अवगत करवाया जाएगा।
  • आप मौजूदा नकारा संगठनात्मक ढांचा भंग करती है इसने प्रदेश को बर्बाद करने का काम किया। दिल्ली की चमची मारने वाले व दिल्ली के स्वार्थी नेताओं के हित साधने वालों का बायकाट किया जाएगा। नया संगठन बनाने के लिए हर जिले में बठिंडा की तर्ज पर कन्वेशन शुरू करेंगे। यह संगठन जोशीला व दूसरे से बेहतर होगा।
  • पंजाब में संगठन को मजबूत करने के लिए 12 अगस्त से राज्य भर में जिला स्तर पर कन्वेंशन करने की घोषणा की गई। इस दौरान जिन लोगों ने पार्टी वर्करों से गद्दारी की उन्हें गांव, कस्बों व शहरों में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा।
  • आप के वर्कर पंजाब विधानसभा में विधायकों व प्रतिपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा की तरफ से की गई कारगुजारी की सराहना करती है।
  • आप के हाजिर वर्कर सुखपाल खैहरा को असंविधानिक तरीके से प्रतिपक्ष के पद से हटाने की निंदा करते नया प्रतिपक्ष नेता हरपाल सिंह चीमा को बनाने के फैसले को रद्द करती है। वही बिना किसी देरी के चंडीगढ़ में सभी विधायकों की बैठक कर नए प्रतिपक्ष नेता का संविधान के अनुसार चुनाव करने की मांग करती है।
  • पंजाब में आप के विस्तार के लिए सभी वर्कर व नेता एकजुट हो जाए पर इस दौरान कोई भी हिंसा का सहारा नहीं लेगा। जो विरोध कर रहे हैं उन्हें तर्क के अधार पर अपनी बात कहनी है।

सर्वसम्मति से चुना जाए नेता प्रतिपक्ष

फिलहाल पंजाब में आप को नए तरीके से खड़ा किया जाएगा। कन्?वेंशन में आप के वर्तमान संगठन को भंग करने, खैहरा को नेता प्रतिपक्ष से हटाने के निर्णय को खारिज क?रते हुए चंडीगढ़ में सभी विधायकों की बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से विधायक दल का नया नेता चुनने का प्रस्ताव पास कर इसे लागू करने की घोषणा की गई।

 

 

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