आरोपी जेईएन के साथ छह साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी महिला
- दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाने वाली महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जेईएन के खिलाफ दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज करवाने वाली तलवाड़ा झील पुलिस थाना क्षेत्र की महिला की ओर से कथित रूप से आत्महत्या करने के मामले को पुलिस प्रथमदृष्टया संदिग्ध मान रही है। परिजनों की ओर से दाह संस्कार के बाद पुलिस को सूचित करना सहित कई ऐसे फैक्ट पुलिस के सामने आए हैं जिससे पुलिस इस मामले को संदिग्ध मानकर चल रही है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच में जुटी है। Hanumangarh News
एसपी सुधीर चौधरी ने शुक्रवार को एसपी कार्यालय के सभागार में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए बताया कि इस प्रकरण में जैसे ही पुलिस के पास रिपोर्ट आई, सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई और अनुसंधान शुरू किया गया। पीडि़ता के बयान हुए। जहां-जहां उसने घटना होने की जानकारी एफआईआर में दी उसका नक्शा मौका बनाया गया। अनुसंधान में यह बात सामने आई कि मृतक महिला उक्त जेईएन के साथ पिछले छह साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। वह जेईएन के साथ सामाजिक कार्यक्रमों में भी साथ जाती थी। Hanumangarh News
एसपी के अनुसार महिला ने एसपी ऑफिस में उन्हें भी परिवाद सौंपा था। परिवादिया की बात को सुनकर एएसपी को सुवरविजन करने को कहा क्योंकि उसका कहना था कि महिला एसएचओ उसकी बात नहीं सुन रहा। वह एक दिन एसपी ऑफिस के बाहर धरने पर भी बैठी। उसकी काउंसलिंग की गई और कहा गया कि उसकी पूरी बात सुनी जाएगी। परंतु जो कार्यवाही होगी वह कानून के अनुसार होगी। बाद में महिला कार्यवाही से संतुष्ट भी हो गई। एसपी चौधरी के अनुसार मृतका के परिजनों ने सुसाइड की सूचना पुलिस को नहीं दी। जैसे ही उन्हें इसकी सूचना मिली उन्होंने एसएचओ को निर्देश दिए कि वे तुरंत मौके पर जाएं और मौका निरीक्षण करें।
घटनास्थल को सील किया जाए। कोई भी सबूत मिलने पर उसे रिकॉर्ड में लिया जाए। एसपी के अनुसार मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। लेकिन मृतका का मोबाइल फोन मिला। मोबाइल फोन को रिकॉर्ड में ले लिया गया है। मृतका के परिजनों व दाह-संस्कार में शामिल ग्रामीणों के खिलाफ सुसाइड की सूचना न देने पर सबूत नष्ट करने की धाराएं 201 आईपीसी और सुसंगत धाराएं जोड़ दी हैं।
सुसाइड है या हत्या की है, यह अभी तक साफ नहीं हुआ है। इसलिए जांच जारी है। क्योंकि यह बात सामने आई है कि राजीनामे के समय भी मृतका ने कुछ राशि प्राप्त की थी। वह भी एक कारण हो सकता है। सभी एंगल से जांच की जा रही है। एसपी चौधरी के अनुसार जब महिला उनके पास आई तो उसका कहना था कि वह जेईएन के साथ रहना चाहती है लेकिन अब वह शादी कर रहा है। एसपी के अनुसार फाइल में सभी फैक्ट लिए गए हैं। उसमें कार्यवाही की जा रही है। एसपी के अनुसार ग्रामीणों से हुई बात के बाद कहा जा सकता है कि प्रथमदृष्टया संदिग्ध मौत है। जेईएन से भी पूछताछ की जाएगी। फाइल में आए फैक्ट को वेरिफाई किया जाएगा।
महिला एसएचओ पर लगाए आरोपों की करवा रहे जांच
एसपी चौधरी ने बताया कि महिला की पहले भी शादी हो चुकी थी। उसकी सात साल की बच्ची है जो मृतका के पति के साथ ही रहती है। अभी तक मृतका के अपने पति से तलाक होने की बात सामने नहीं आई है। एसपी ने कहा कि मृतका की ओर से महिला एसएचओ पर लगाए गए अभद्र व्यवहार व सुनवाई न करने के आरोपों की जांच एएसपी से करवाई जा रही है। उन्होंने भी महिला एसएचओ से बात की तो उनका कहना था कि उक्त महिला उन्हें रात्रि को फोन करती थी जबकि वे उन्हें ऑफिस समय में बात कहने को कहा था।
फिर भी आरोपों की जांच करवाई जा रही है। एसपी ने कहा कि रेप व मर्डर जैसे गंभीर मामले में कानून के तथ्यों के अनुसार कार्यवाही की जा सकती है। किसी के मात्र एफआईआर करवाने से संबंधित को गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। अगर प्रथम दृष्टया रेप की बात सामने आती तो आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाता लेकिन यह बात सामने आई कि महिला व जेईएन स्वेच्छा से छह साल से लिव इन रिलेशनशिप में पति-पत्नी की तरह साथ रह रहे थे। परिजनों से भी बात हुई तो उन्होंने कहा कि महिला इस घटना से लगातार मानसिक अवसाद में थी।
यह है मामला | Hanumangarh News
पीडि़ता ने महिला थाना हनुमानगढ़ में पांच अगस्त को दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। उसने पुलिस को रिपोर्ट दी थी कि विद्युत निगम का कनिष्ठ अभियंता रामगोपाल शर्मा निवासी ढंढ़ेला (नोहर) ने उसकी फोटो को एडिट कर अश्लील बना दिया तथा फिर उसको वायरल करने की धमकी दी। आरोपी ने डरा-धमका कर हनुमानगढ़ जंक्शन में उससे कई बार बलात्कार किया। इस प्रकरण में 25 अगस्त को धारा 164 के तहत बयान दर्ज हो गए थे। दुष्कर्म मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर पीडि़ता ने यहां एसपी कार्यालय के समक्ष चार सितम्बर को धरना लगाया था। वह दिन भर धरने पर बैठी रही। बाद में रात को पुलिस अधिकारियों, बाल कल्याण समिति सदस्यों आदि की समझाइश पर पीडि़ता ने धरना स्थगित कर दिया था।
धरना देने के दौरान पीडि़ता ने आरोप लगाया था कि मामला दर्ज कराए कई सप्ताह बीतने के बावजूद महिला थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। आरोपी तथा पुलिसकर्मी उस पर राजीनामा करने का दबाव डाल रहे हैं। आरोपी जेईएन उसको निरंतर नुकसान पहुंचाने की धमकी दे रहा है। गौरतलब है कि मृतका के भाई ने तलवाड़ा झील थाने में गुरुवार को मर्ग दर्ज कराई कि उसकी तीस वर्षीय बहन ने 19 सितम्बर को घर में पंखें से फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। वह कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान थी। मृतका के परिजनों ने दाह संस्कार के बाद इस संबंध में पुलिस को सूचना दी तथा मर्ग दर्ज कराई। Hanumangarh News
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