फिरोजाबाद ( विकास पालीवाल ) । देश भर में सुहागनगरी के नाम से मशहूर फिरोजाबाद को जनपद बने हुए 5 फरवरी को 36 साल पूरे हो गए हैं । इस दौरान जिले को कई सौगातें तो मिली है, लेकिन आज भी जिले के ऐसे तमाम इलाके है, जिनमें मूलभूत सुविधाओं की कमी है । रंग बिरंगी चूड़ियां इस शहर की खास पहचान है। फिरोजाबाद जिले में पांच तहसीलें फिरोजाबाद सदर, टूण्डला, शिकोहाबाद, सिरसागंज और जसराना है। पांच ही विधानसभा क्षेत्र भी है। लंबे आंदोलन के बाद पांच फरवरी 1989 को जनपद दर्जा मिला था। इस दौरान यूपी में कांग्रेस की सरकार थी और नारायण दत्त तिवारी प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इतने बड़े अंतराल में जिले को काफी सौगात भी मिली। जनपद को जिला अस्पताल की जगह मेडिकल कॉलेज मिला, नगर पालिका की नगर निगम मिला, पेयजल समस्या का समाधान हुआ और जेड़ाझाल परियोजना से शहर के लोगों की पेयजल समस्या का हल हुआ। लेकिन मेडिकल कॉलेज में सुविधाओं के विस्तार की जरूरत है, जिससे गंभीर रोगियों को आगरा रैफर न किया जाय। ग्रामीण इलाकों में खारे पानी की समस्या को दूर करना, ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना आदि कमियां अभी भी खलती है। फिरोजाबाद शहर के बस स्टैंड को अभी तक डिपो का दर्जा नहीं मिला। कई महत्वपूर्ण ट्रेनें भी यहां नहीं रुकती है।
– विकास भवन सभागार में हुआ कार्यक्रम का आयोजन –
फिरोजाबाद । फिरोजाबाद स्थापना के 36 वर्ष पूर्ण होने पर विकास भवन सभागार कक्ष में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन जिला जज हरवीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में उनके साथ मुख्य विकास अधिकारी शत्रौहन वैश्य, परियोजना निदेशक सुभाष चन्द्र त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी प्रेमचन्द राम, विकास भवन के नाजिर कासिम अली सहित समस्त अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि हमारा विकास भवन सबसे निचले खड़े व्यक्ति को लाभ पहुॅचाने हेतु कृतसंकल्पित है। जिला जज हरवीर सिंह ने कहा कि हर व्यक्ति के कर्तव्य पालन और सामथ्र्य से ही मजबूत राष्ट्र की नींव पड़ती है। वास्तव में मानव की सेवा भगवान की सेवा से भी बढकर है, हम सबको मिलकर राष्ट्र के नव निर्माण में योगदान करना चाहिये।