चार वर्षों में 237 सैनिक हुए शहीद, 437 ने की आत्महत्या: सुभाष भामरे (Subhash Bhamre)
नई दिल्ली (एजेंसी)। सरकार (Subhash Bhamre) ने कहा कि पिछले चार वर्षों में 36 अधिकारियों सहित 237 रक्षाकर्मी विभिन्न सामरिक कार्रवाई/ मुठभेड़ में शहीद हो गए जबकि इस अवधि में 437 ने आत्महत्या कर ली।
रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे (Subhash Bhamre) ने सोमवार को राज्यसभा को एक लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुये कहा कि वर्ष 2014 से 17 के दौरान सेना के 15 अधिकारियों और 168 रक्षाकर्मी विभिन्न सामरिक कार्रवाई/ मुठभेड़ में मारे गये। इस दौरान नौसेना के चार अधिकारी और सात नौसैनिक तथा वायुसेना के 17 अधिकारी एवं 26 वायुसैनिक मारे गये हैं। उन्होंने कहा कि इस अवधि में 340 सैन्यकर्मी, 18 नौसैनिकों और 79 वायुसैनिकों ने आत्महत्या की।
उन्होंने कहा कि सेनाओं की रक्षा बढ़ाने एवं जोखिम को कम करने के निरंतर उपाय किये जाते हैं। इसी के तहत सुरक्षा अवसंरचना और सूचना क्षमताओं का उन्नयन, जबाबी कार्रवाई तंत्र को उन्नत बनाने के साथ ही सेनाओं को अत्याधुनिक हथियार, उपस्कर और निगरानी यंत्रों से सुसज्जित करने और चिकित्सा सहायता आदि के उपाय किए जाते हैं।
भामरे ने सैनिकों द्वारा आत्महत्या किये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि सशस्त्र सेनाओं के अधिकारियों और अन्य रैंकों के लिए उचित माहौल तैयार करने एवं उनके मनोबल में सुधार के लिए भी उपाय किये जाते हैं। तनाव प्रबंधन के लिए एक टूल के रूप में योग एवं ध्यान आदि का आयोजन किया जाता है। मनोवैज्ञानिक काउंसलरों का प्रशिक्षण एवं तैनाती के साथ ही मनोचिकित्सा केन्द्र भी शुरू किये गये हैं।
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