सच कहूँ/राजू,ओढां। कोरोना की दूसरी लहर के बाद दूसरे चरण में कक्षा छठी से 8वीं तक के विद्यार्थियोंं की कक्षाएं शुक्रवार को शुरू हुई।इससे पहले प्रथम चरण में 16 जुलाई से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को स्कूलों में बुलाया गया था। प्राईमरी स्कूलों को खोलने का अभी तक निर्णय नहीं लिया गया है। प्रथम दिन शुक्रवार को स्कूल खुलने के साथ ही कक्षा छठी से 8वीं के विद्यार्थियों में उत्साह देखने को मिला। लंबे समय उपरान्त विद्यार्थी अपने सहपाठियों से मिलकर हर्षित नजर आए। विभागीय नियमानुसार विद्यार्थियों को 50 प्रतिशत रोस्टर नियमानुसार सम-विषम के आधार पर बुलाया गया। विभाग द्वारा कोरोना को लेकर दी गई गाईडलाईन के चलते स्कूलोंं में सतर्कता नजर आई। द्वितीय चरण में खंड के सभी निजी व सरकारी स्कूलों में 39.28 फीसद विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।
‘‘स्कूल खुलने का मैसेज मिलते ही मुझे काफी हर्ष हुआ। कोरोना के चलते जैसे घरों में कैद हो कर रह गए हों। आज मुझे स्कूल में आकर काफी अच्छा लग रहा है। कोरोना काल में अध्यापकों ने ऑनलाईन शिक्षा जारी रखी, लेकिन जो माहौल व शिक्षा स्कूल में आकर मिलती है वो घर बैठे नही
जीविका, छात्रा (नुहियांवाली)।
‘‘ऑनलाईन शिक्षा तो मिली, लेकिन ऑफलाईन जैसी बात नहीं। लॉकडाउन की अवधि में मुझे परिजनों का बहुत सहयोग मिला। यही कारण रहा कि मेरी पढ़ाई ज्यादा बाधित नहीं हुई। आज मैं स्कूल में आकर बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं।
मलक हुसैन, छात्र (घुंकावाली)।
‘‘कोरोना काल के कारण स्कूल आने को तरस गया था। ऑनलाईन शिक्षा तो जारी रही, लेकिन स्कूल तो आखिर स्कूल ही है। आज स्कूल में आकर अच्छा महसूस कर रहा हूं। कोरोना काल में ऑनलाईन शिक्षा के लिए जहां अध्यापकों का भरपूर सहयोग रहा तो तो वहीं परिजनों ने भी पूरा समय दिया।
लोकेश, छात्र (नुहियांवाली)।
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