परीक्षा से डरना नहीं चाहिए: पीएम
नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री मोदी देश भर के छात्रों से अपने लोकप्रिय कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा 2021 में आॅनलाइन इंटेरैक्शन के दौरान कर रहे हैं। छात्र और शिक्षक डिजिटल मोड में मोदी सर से सवाल पूछे। सवालों के जवाब में पीएम ने कहा, “परीक्षा को लेकर तनाव न लें। परीक्षा से डरना नहीं चाहिए। माता पिता को बच्चों पर परीक्षा को लेकर तनाव नहीं लेना चाहिए। बच्चों की सहज एवं तनावमुक्त रखना है।” एक पैरैंट्स के पूछे गये सवाल के जवाब में मोदी सर ने कहा, “पैरेट्स को चेक करना चाहिए कि कहीं आप अपने विचार व्यवहार से बच्चों पर कितना असर हो रहा है। बच्चों को देने वाले मूल्यों को जीकर उन्हें प्रेरित करने का प्रयास करें। आपके आचार-व्यवहार से बच्चे सीखते हैं।
बच्चों को मोटिवेट रखने के लिए पीएम के टिप्स
एक अन्य पैरेंट्स द्वारा बच्चों को मोटिवेट करने के उपाय के लिए मांगे गये टिप्स को लेकर पीएम ने कहा, “बच्चे बहुत एक्टिव होते हैं। हमे बड़े होने के बावजूद अपना मूल्यांकन करना चाहिए। हम एक सामाजिक ढांचा बना देते हैं और कोशिश करते हैं बच्चे उसी में ढल जाएं। हम जाने-अनजाने बच्चों को इंस्ट्रूमेंट मान लेते हैं। बच्चों को मोटिवेट करने का तरीका ट्रेनिंग। ट्रेनिंग के लिए अच्छी किताबें, मूवी या अच्छी कविता का सहारा लिया जा सकता है। यदि आप चाहते हैं कि बच्चा सुबह उठकर पढ़ें, बच्चे सामने ऐसी चर्चा करें कि सुबह उठने के क्या फायदे हैं।
” बच्चों को मोटिवेट रखने के लिए सवाल पर ही पीएम मोदी ने आगे कहा, “बच्चों में कभी भी भय पैदा न करें। ऐसा आसान लगता है लेकिन इससे निगेटिव मोटिवेशन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। जैसे ही आपके द्वारा खड़ा किया गया हौवा खत्म होता है तो उसका मोटिवेशन भी समाप्त हो जाता है।”
पीएम सर के छात्रों और पैरैंट्स को टिप्स
- परीक्षा आखिरी पड़ाव नहीं है।
- जो लोग सफल होते हैं वे सभी विषयों में पारंगत नहीं होते, बल्कि वे किसी एक विषय में निपुण होते हैं। इसलिए किसी एक विषय में महारथ हासिल करें।
- परीक्षा में समय को बराबर-बराबर बांटना चाहिए।
- क्रिएटिविटी का दायरा नॉलेज से बहुत दूर ले जाता है। मोदी सर ने कहा, “जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंचे कवि।”
- शिक्षक छात्रों को टोकने की बजाय उन्हें गाइड करें।
- परीक्षा के दौरान आसान सवाल पहले हल करें, इससे तनाव कम होगा और आत्म-विश्वास बढ़ेगा।
- हम जाने-अनजाने बच्चों को इंस्ट्रूमेंट मान लेते हैं। बच्चों को मोटिवेट करने का तरीका ट्रेनिंग।
- बच्चों में कभी भी भय पैदा न करें। ऐसा आसान लगता है लेकिन इससे निगेटिव मोटिवेशन की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।