Strong Solar Storm Hits Earth: वॉशिंगटन (एजेंसी)। पृथ्वी से दो दशक बाद सबसे शक्तिशाली सौर तूफान टकराया। इसके चलते शुक्रवार रात तस्मानिया से ब्रिटेन (Britain) तक आसमान में ध्रुवीय ज्योति (औरोरा) नजर आई। विज्ञानियों ने सौर तूफान से उपग्रहों, बिजली ग्रिडों के साथ ही महत्वपूर्ण संचार और जीपीएस प्रणाली को खतरा बताया है। यह सप्ताहांत तक जारी रहेगा। नेशनल ओशनिक एंड एटमास्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के अंतरिक्ष मौसम अनुमान केंद्र के अनुसार, कई कोरोनल मास इजेक्शन के चलते धरती पर यह तूफान आया है। Solar Storm
उल्लेखनीय है कि सूर्य की सतह से प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के निकलने को कोरोनल मास इजेक्शन कहा जाता है। इस सौर तूफान को जी5 कैटगरी का बताया है। इस तरह का तूफान संचार नेटवर्क, उपग्रह संचालन और हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो कम्युनिकेशन के लिए खतरनाक हैं। इसके अलावा भारत में शनिवार रात लद्दाख के हानले में डार्क स्काई रिजर्व में आसमान में दुर्लभ ध्रुवीय अरोरा उभरा, जिससे यहां के कुछ हिस्सों में गहरे लाल रंग की चमक ने रात के अंधेरे में आसमान को लाल रोशनी से भर दिया। यह दुर्लभ खगोलीय घटना तेज सौर चुंबकीय तूफानों की वजह से हुई है। Solar Storm
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