नई दिल्ली। Earthquake In Delhi-NCR,Haryana,Punjab:राष्ट्रीय राजधानी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में शनिवार रात को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप रात नौ बजकर 31 मिनट पर आया और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5़ 8 मापी गयी है।
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में 36.38 डिग्री उत्तरी अक्षांश पर और 70.77 डिग्री पूर्व देशांतर पर स्थित था एवं इसकी गहराई 181 किलोमीटर पर थी। भूकंप के झटके दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) , जम्मू कश्मीर , उत्तर प्रदेश , हरियाणा एवं पंजाब में भी महसूस किए गए। भूकंप से अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं मिली है।
भूकंप के दौरान ऐसा करने से बचें | Earthquake In Delhi-NCR
- भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल न करें।
- बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें।
- कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं।
- अगर गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें।
- वाहन चला रहे हैं तो पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें।
- भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं।
- भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे आदि ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं।
क्या होता है रिक्टर स्केल | Earthquake In Delhi-NCR
भूकंप के समय भूमि में हुई कंपन को रिक्टर स्केल या मैग्नीट्यूड कहा जाता है। रिक्टर स्केल का पूरा नाम रिक्टर परिणाम परीक्षण ( रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल ) है। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर जितनी ज्यादा होती है, भूमि में उतना ही अधिक कंपन होता है। जैसे-जैसे भूकंप की तीव्रता बढ़ती है नुकसान भी ज्यादा होता है। जैसे रिक्टर स्केल पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप ज्यादा नुकसान करेगा। वहीं 3 या 4 की तीव्रता वाला भूकंप हल्का होगा।
भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्या हो सकता है असर | Earthquake In Delhi-NCR
0 से 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है।
2 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप से सिर्फ हल्की कंपन होती है।
3 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप के दैरान ऐसा लगता की कोई ट्रक आपके बगल से गुजरा हो।
4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप खिड़कियां तोड़ सकता हैं।
5 से 5.9 की तीव्रता पर घर का सामान हिल सकता है।
6 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप से इमारतों की नींव में दरार आ सकती है।
7 से 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप इमारतों को गिरा सकता है।
8 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप आने पर बड़े पुल भी गिर सकते हैं।
9 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप पूरी तरह से तबाही मचा सकते हैं।
अगर समंदर नजदीक हो तो सुनामी भी आ सकती है।