- पचास फीसदी से ज्यादा बस सेवा प्रभावित रही
- दिल्ली व जालंधर जाने वाले यात्री रहे परेशान
PathanKot, Sachkahoon News: रेगुलर करने की मांग को लेकर शुक्रवार से प्रदेश के समूह पनबस कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। पनबस कर्मियों के हड़ताल के पहले दिन पठानकोट डिपो से पचास फीसद से अधिक सरकारी बस सेवा प्रभावित होने के कारण जहां विभाग को तीन लाख से अधिक का आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ा है, वहीं पास होल्डरों सहित आम जनता को खासी परेशानी हुई।
हड़ताल के चलते सबसे ज्यादा परेशानी जम्मू जाने वाले यात्रियों को उठानी पड़ी। जालंधर, लुधियाना व दिल्ली के लिए भी बसें कम चलने से यात्रियों को परेशान होना पड़ा। हड़ताल पर बैठे पनबस कर्मियों ने राज्य सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए पंजाब सरकार मुदार्बाद के नारे लगाए।
तीस के करीब रूट रहे बंद
हड़ताल के पहले दिन पठानकोट में पचास फीसद के करीब सरकारी रूट मिस हुए। शुक्रवार को हड़ताल के पहले दिन पठानकोट डिपो रोडवेज प्रबंधक की ओर से सुबह चार बजे से लेकर छह बजे तक डिपो की ओर से चंडीगढ़ के लिए चार बसें तो चलाई गई थी, लेकिन इसके बाद हड़ताली कर्मियों ने सरकारी बसों को नहीं चलने दिया। हड़ताल के कारण रोडवेज के पक्के ड्राइवरों की संख्या कम होने के कारण सुबह 11 बजे तक तीस के करीब रूट बंद रहे।
डिपो को हुआ 3.50 लाख का नुक्सान
पनबस कर्मियों के हड़ताल पर होने की वजह से पठानकोट-अमृतसर रूट पर सरकारी बसें कम ही चलीं। हालांकि किलोमीटर स्कीम के तहत डिपो की ओर से पांच-छह बसों को चलाया गया। इसके बावजूद पठानकोट से आज 88 में से 45 रूट मिस हुए। मिस होने वाले रूट में अमृतसर, 9 चंडीगढ 4, दिल्ली 5, दीनानगर, जनियाल व घरोटा-चंडीगढ़ 3, जम्मू के 3, जालंधर के 4, डलहोजी-चंबा के 3 रूट बंद रहे।
जम्मू जाने वाले यात्री ज्यादा परेशान
पनबस कर्मियों की हडताल के चलते सबसे ज्यादा परेशानी जम्मू जाने वाले यात्रियों को उठानी पड़ी। जम्मू जाने वाले रामदीन, निर्मला देवी, कृष्णा देवी, राकेश बनोत्रा, मनोज कचोत्रा, विजय कुमार, मनोहर लाल आदि ने बताया कि एक घंटे से वह जम्मू जाने वाली बस का इंतजार कर रहे हैं। अब एक बस आई तो वह काउंटर पर लगने से पहले ही भर गई, जिस कारण कई यात्रियों को खड़े होकर सफर करना पड़ा। उन्होंने जेएंडके ट्रांसपोर्ट के साथ-साथ रोडवेज अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि हड़ताल को देखते हुए जम्मू के लिए विशेष बस सेवा चलाई जाए।
उधर, इस संदर्भ में जब पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो के ड्यूटी इंस्पेक्टर राज कुमार से बात की तो उनका कहना था कि पनबस कर्मियों के चलते आज डिपो के रोजाना चलने वाले रूटों में से पचास फीसद रूट नहीं चल पाए। हड़ताल के चलते डिपो को तकरीबन 3.50 लाख के करीब आर्थिक नुक्सान हुआ है।