मुंबई (एजेंसी)। दबाव में चल रहे शेयर बाजार (Stock Market) ने बुधवार को बढ़ोतरी के साथ दिन की शुरूआत की। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स जहां 278.28 अंकों के इजाफे के साथ 56,741,43 अंकों पर खुला, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने 86.6 अंकों की बढ़त के साथ 17,045.25 अंकों पर दस्तक दी। हरे निशान के साथ खुले शेयर बाजार में मिडकैप और स्मॉलकैप में भी तेजी दिखाई दी।
बीएसई का मिडकैप 112.81 अंक चढ़कर 24,563.67 अंक पर और स्मॉलकैप 124.27 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 28,993.85 अंक पर खुला। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स मंगलवार को 703.59 अंक टूटकर 57 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 56463.15 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 215 अंक फिसलकर 16958.65 अंक पर बंद हुआ था।
मुद्रा कोष ने चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 8.2 प्रतिशत किया
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 8.2 प्रतिशत कर दिया है, इससे पहले इस बहुपक्षीय वित्तीय संस्था ने इसके 09 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। आईएमएफ ने ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा है कि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का भारत में निजी उपभोग और निवेश की मांग पर असर पड़ सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जनवरी में किए गए पिछले अनुमानों के बाद से वैश्विक आर्थिक संभावनाएं खराब हुयी हैं। रिपोर्ट में जापान की आर्थिक वृद्धि दर (Stock Market) के ताजा अनुमान में जनवरी के अनुमानों की तुलना में 0.9 प्रतिशत और भारत की 0.8 प्रतिशत की कटौती की गई है। यह एशिया के इन दोनों प्रमुख देशों में घरेलू मांग में कमजोरी को दशार्ता है।
आईएमएफ का कहना है कि तेल की कीमतें ऊंची होने से निजी उपभोग और निवेश प्रभावित हो सकता है और शुद्ध निर्यात में भी कमी हो सकती है। आईएमएफ ने छह माह के अंदर दूसरी बार वैश्विक आर्थिक दर के अनुमान को घटाया है। उसके ताजा अनुमान के अनुसार 2022 में विश्व अर्थव्यवस्था की वृद्धि 3.6 प्रतिशत रहेगी।
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