Share Market: मुंबई (एजेंसी)। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की अनिश्चितता से फेड रिजर्व की ब्याज दर में संभावित कटौती का निर्णय प्रभावित होने की आशंका में स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से आज शेयर बाजार में कोहराम मच गया। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 941.88 अंक अर्थात 1.18 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ ढाई महीने से अधिक समय बाद 79 अंक के मनावैज्ञानिक स्तर से नीचे 78,782.24 अंक पर आ गया। साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 309.00 अंक यानी 1.27 प्रतिशत का गोता लगाकर 23,995.35 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी जमकर बिकवाली हुई, जिससे मिडकैप 1.31 प्रतिशत कमजोर होकर 45,679.89 अंक और समॉलकैप 1.65 प्रतिशत लुढ़ककर 54,705.02 अंक रह गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 4199 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2717 में गिरावट जबकि 1351 में तेजी रही वहीं 131 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह निफ्टी की 42 कंपनियां लाल जबकि अन्य आठ हरे निशान पर रहीं। विश्लेषकों के अनुसार, कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रम्प के बीच आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव ने अनिश्चितता पैदा कर दी है। चुनाव के परिणाम अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीतियों को प्रभावित कर सकते हैं, जिसका असर भारतीय ब्याज दरों पर भी देखा जा सकता है। अगले कुछ दिनों में वैश्विक स्तर पर बाजारों का ध्यान अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर रहेगा और चुनाव परिणामों के कारण निकट भविष्य में अस्थिरता रह सकती है। हालांकि यह अल्पकालिक होने की संभावना है और अमेरिकी विकास, मुद्रास्फीति और फेड की कार्रवाई जैसे आर्थिक बुनियादी कारक बाजार की प्रवृत्ति को प्रभावित करेंगे।
इससे बीएसई के सभी 21 समूहों में गिरावट का रुख रहा। इस दौरान कमोडिटीज 1.69, सीडी 1.30, ऊर्जा 2.51, एफएमसीजी 1.25, वित्तीय सेवाएं 1.23, हेल्थकेयर 0.55, इंडस्ट्रियल्स 1.72, आईटी 0.12, दूरसंचार 2.11, यूटिलिटीज 2.22, ऑटो 0.97, बैंकिंग 0.99, कैपिटल गुड्स 1.51, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.22, धातु 1.68, तेल एवं गैस 2.54, पावर 2.06, रियल्टी 3.00, टेक 0.50, सर्विसेज 2.07 और फोकस्ड आईटी समूह के शेयर 0.07 प्रतिशत टूट गए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़त का रुख रहा। इससे ब्रिटेन का एफटीएसई 0.59, जर्मनी का डैक्स 0.06, हांगकांग का हैंगसेंग 0.30 और चीन का शंघाई कंपोजिट 1.17 प्रतिशत उछल गया जबकि जापान के निक्केई में 2.63 प्रतिशत की गिरावट रही।