बारिश से लौट आई दिल्ली की सांस, प्रदूषण से मिली राहत
दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में बृहस्पतिवार सुबह झमाझम बारिश हुई, जिसने ठंड में इजाफा कर दिया है। बारिश और पहाड़ी राज्यों बर्फबारी से दिल्ली-एनसीआर में तापमान भी गिरा है, जिससे लोग कई जगहों पर अलाव जलाते भी नजर आए।
प्रधानमंत्री की मौजूदगी में हुई कैबिनेट बैठक
साथ ही दोनों देशों ने मानव तस्करों और संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ त्वरित जांच
तथा अभियोजन सुनिश्चित करने तथा एक कार्यबल गठित करने पर भी सहमति जतायी है।
गृहमंत्री शाह ने लोकसभा में पेश किया एसपीजी संशोधन बिल
श्री बिरला ने कहा कि वह सभी सदस्यों और सभी मंत्रीगणों को उनके सहयोग के लिए बधाई।
सदन में सभी 20 प्रश्नों के मौखिक जवाब उनके सहयोग के बिना संभव नहीं हो सकते थे।
30 नवंबर तक फडनवीस को साबित करना होगा बहुमत
देवेन्द्र फडनवीस के खिलाफ बहुमत का आंकड़ा सिद्ध करना कठिन होगा।
और उनके स्थान पर दिलीप वल्से पाटिल को एनसीपी विधायक दल का नेता बनाया गया है।
प्रधानमंत्री के विशेषाधिकार के प्रयोग के बाद हटा महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन
स्पष्ट किया है कि इसमें संवैधानिक औपचारिकताओं का पूरी तरह से पालन किया गया है
और यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अपने विशिष्ट अधिकारों का प्रयोग किए जाने के बाद उठाया गया है।
महाराष्ट के अगले सीएम होंगे उद्धव ठाकरे
शुक्रवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद कहा कि
शिव सेना के नेताओं के साथ एक बैठक होगी और सभी बातें एक-दो दिनों में स्पष्ट हो जाएंगी।
RO कंपनियां 10 दिन में सरकार के सामने रखें बात: सुप्रीम कोर्ट
आरओ बनाने वाली कंपनियों के संगठन ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के प्रतिबंध के खिलाफ अर्जी दी थी जिस पर आज सुनवाई हुई।
चुनावी बॉन्ड पर लोकसभा में कांग्रेस का हंगामा
मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विपक्षी सदस्य जो भी मुद्दा उठाना चाहते हैं
अध्यक्ष उन्हें शून्यकाल में उठाने दें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सदस्य हर दिन कार्यस्थगन प्रस्ताव दे देते हैं।
बीएचयू में संस्कृत टीचर की नियुक्ति पर बवाल बेवजह : मायावती
सुप्रीमो मायावती ने गुरूवार को कहा कि सरकार के ढिलमुल रवैए के चलते
मामले को बे-वजह राजनीतिक तूल दिया जा रहा है जिसमें अविलंब रोक की जरूरत है।
चुनावी बॉन्ड के मुद्दे पर लोकसभा में कांग्रेस ने सरकार को घेरा
कांग्रेस के सदस्य रवनीत सिंह बिट्टू ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा
कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या किए जाने के बाद
प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए इस बल का गठन किया गया था।