अलगाववादियों की हड़ताल के आह्वान पर किया फैसला
श्रीनगर, एजेंसी।
कश्मीर के पुराने श्रीनगर में स्थित एेतिहासिक जामा मस्जिद को अलगाववादियों की हड़ताल के आह्वान के मद्देनजर बंद कर दिया गया है और इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने जा रहे जे के एल एफ के अध्यक्ष यासीन मलिक काे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मशहूर पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या और सुरक्षा बलों की कथित गोलीबारी में लोगों के मारे जाने की घटनाओं का विरोध करने के लिए लगावादियों ने एक विरोध प्रदर्शन का आह्ववान किया था।
अाधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मीरवाइज मौलवी उमर फारूक का गढ़ माने जाने वाली इस मस्जिद के सभी गेट बंद कर दिए गए है अौर किसी को भी नमाज अता करने के लिए अंदर जाने की अनुमति नहीं है। प्रतिबंधों के चलते मस्जिद में सुबह की नमाज “फज्र” भी अता नहीं की जा सकी है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तड़के एक पुलिस पार्टी ने मैसूूमा जाकर यासीन मलिक को उसके अावास से गिरफ्तार किया और उसे कोठीबाग पुलिसथाने में रखा गया है। जेकेएलएफ के प्रवक्ता ने बताया कि मलिक को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह
“ज्वाइंट रेजिस्टेंट लीडरशिप” की अगुवाई वाले विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने जा रहे थे। सूत्रों ने बताया कि मस्जिद के बाहर लोगों की भीड़ को रोकने के लिए भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियाें की तैनाती की गई हैेें। मस्जिद के चाराें तरफ की सड़कों को इस बार बंद नहीं किया गया है