एक मंच पर आए राजनैतिक संगठन, अधिकारियों के आश्वासन पर माने
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फैक्ट्रियों का पानी नहरों में डालने से रोकने की मांग
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। जंक्शन में बाइपास पर औद्योगिक क्षेत्र में संचालित फैक्ट्रियों से निकल रहे धुएं व फैक्ट्रियों का केमिकलयुक्त पानी एसटीजी नहर व खुले में छोड़ने के खिलाफ लामबंद हुए राजनैतिक व सामाजिक संगठनों ने पूर्व घोषणानुसार मंगलवार को श्रीगंगानगर मार्ग पर स्थित अग्रसेन चौक पर चक्काजाम किया। चक्काजाम के दौरान जनता की सेत से जुड़े इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस-भाजपा व माकपा के नेता एक मंच पर नजर आए। चक्काजाम करीब ढाई घंटे तक चला। इसके चलते अग्रसेन चौक के नजदीक स्थित चौराहे पर चारों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से मौके पर पहुंच मौका देख जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन देने पर नागरिकों ने रास्ता खोला। इससे पहले नई खुंजा, हाउसिंग बोर्ड, सिविल लाइन व गांव मक्कासर के नागरिक मंगलवार सुबह करीब 10 बजे अग्रसेन चौक पर एकत्रित हुए तथा सड़क के बीच सड़क बिछाई गई दरी पर बैठकर चक्काजाम शुरू कर दिया। माकपा नेता रामेश्वर वर्मा, जिला परिषद सदस्य मनीष गोदारा, भाजपा जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्नोई, भाजपा नेता अमित सहू, पार्षद गुरदीप सिंह चहल, संजय सांसी, स्वर्णसिंह, अब्दुल हाफिज, पार्षद प्रतिनिधि मनोज बड़सीवाल, माकपा जिला सचिव रघुवीर वर्मा, नारायण राम नायक, जगतार सिंह, पूर्व पार्षद प्रतिनिधि रणजीत सिंह, भाजपा नगरमण्डल अध्यक्ष पवन श्रीवास्तव, डॉ. बख्शीश सिंह, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दीपक खाती ने चक्काजाम करने वाले नागरिकों की अगुवाई की।
इस दौरान हुई सभा को संबोधित करते हुए माकपा नेता रामेश्वर वर्मा ने कहा कि शहर के रीको क्षेत्र में स्थापित फैक्ट्रियों के गंदे पानी से आसपास लगे सैकड़ों पेड़ जल चुके हैं। आसपास के लोग गंदे पानी की बदबू से परेशान हैं। हड्डी फैक्ट्री के कारण सबसे ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है। भाजपा जिलाध्यक्ष बलवीर बिश्नोई ने कहा कि हम पंजाब को दोष दे रहे हैं कि उनके कारण नहरों का पानी प्रदूषित हो रहा है जबकि हमारे खुद के शहर की फैक्ट्रियों का ही गंदा पानी नहरों में डालकर मानव जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वक्ताओं ने मांग की कि फैक्ट्रियों से निकलने वाले केमिकलयुक्त पानी खुले में न छोड़ा जाए और न ही नहरों में डाला जाए। उस पानी को बंद करवाया जाए। सभी फैक्ट्री मालिकों को ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए पाबंद किया जाए। नियमों की पालना न करने वाली फैक्ट्री को बंद करवाया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मांग नहीं मानी गई तो इस आंदोलन को मजबूती के साथ लड़ा जाएगा।
धरनास्थल पर पहुंचे एसडीएम-तहसीलदार
उधर, चक्काजाम की सूचना मिलने पर दोपहर करीब 12 बजे उपखण्ड अधिकारी डॉ. अवि गर्ग, तहसीलदार बाबूलाल रेगर, पुलिस उप अधीक्षक देवानंद व जंक्शन पुलिस थाना प्रभारी नरेश गेरा मौके पर पहुंचे तथा आंदोलनकारियों से वार्ता की। वार्ता में अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आज ही नहरों में डाला जा रहा फैक्ट्रियों का केमिकलयुक्त पानी बंद करवा दिया जाएगा। साथ ही जो फैक्ट्री मालिक प्रदूषण बोर्ड के नियमों की पालना नहीं कर रहे उनके खिलाफ सात दिन में कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इस संबंध में आंदोलनकारियों के साथ गुरुवार को बैठक किए जाने का निर्णय लिया गया। आश्वासन मिलने पर आंदोलनकारियों ने चक्काजाम समाप्त करने की घोषणा की। इस दौरान तहसीलदार बाबूलाल रेगर ने मौका भी देखा।
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