खेल नर्सरी खोलने के लिए 114 ने किया आवेदन
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विभाग ने वेरिफिकेशन कर 55 खेल नर्सरियों की रिपोर्ट भेजी खेल विभाग को
सच कहूँ/सुनील वर्मा, सरसा। कामनवेल्थ, एशियन एवं ओलंपिक खेलों में राज्य के खिलाड़ियों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार ने शिक्षण संस्थानों में खेल नर्सरियां (Sports Nurseries) खोलने की योजना बनाई है। ताकि प्रदेश में खिलाड़ियों की पौध तैयार की जा सके। वहीं अंतरराष्ट्रीय खेलों में प्रदेश का नाम पूरे विश्व में रोशन किया जा सके। इस योजना के तहत खेल युवा एवं कार्यक्रम विभाग द्वारा खेल नर्सरियों को खोला जाएगा। जिले में 55 खेल नर्सरियों की वेरिफिकेशन कर खेल विभाग को रिपोर्ट भेजी गई है। विभाग द्वारा जल्द ही खेल नर्सरी अलाट की जानी है। इससे खेल नर्सरियों के शुरू होने की रहा देख रहे खिलाड़ियों का इंतजार जल्द ही खत्म हो जाएगा।
जिले के 16 सरकारी स्कूलों में खोली जाएगी नर्सरी
जिले में खेल नर्सरी के लिए खेल विभाग के पास 114 आवेदन आए पहुंचे। जिसको लेकर फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए विभाग ने प्रशिक्षकों की एक टीम गठित की गई। आवेदन करने वाली संस्थाओं में जाकर उनके खेल मैदान, इंफ्रास्ट्रक्चर व अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। जिसमें 55 नर्सरी को अनुमति के लिए विभाग को रिपोर्ट भेजी गई। इनमें 16 सरकारी स्कूल, 25 निजी स्कूल व 14 खेल अकेडमी में नर्सरी खोलने की रिपोर्ट भेजी गई। अब मुख्यालय द्वारा खेल नर्सरियां अलाट की जाएंगी। संभावना है कि अगले माह में खेल नर्सरियां अलाट हो जाएंगी। जिससे खिलाड़ी बेहतर सुविधाओं के साथ अभ्यास कर सकेंगे।
इन खेलों की होगी खेल नर्सरी
जिले में 55 खेल नर्सरी खोली जाएगी। इनमें कबड्डी, वालीबाल, मुक्केबाजी, खो-खो, बास्केटबाल, बैडमिंटन, नेटबाल, हेंडबाल, टेबल टेनिस, ताइक्वाडो, क्रिकेट, गन शूटिंग, शतरंज, कुश्ती, नेटबाल व अन्य खेलों की खेल नर्सरी खोली जाएगी। इससे खिलाड़ियों को काफी फायदा मिलेगा।
खेल नर्सरी से ये मिलेगा फायदा
एक खेल नर्सरी में 25 खिलाड़ी प्रशिक्षण लेंगे। खेल नर्सरी पर महीने में करीब एक लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। आठ से 14 साल के खिलाड़ियों को 1500 रुपये और 15 से 19 साल के खिलाड़ियों को दो हजार रुपये विभाग की तरफ से हर महीने खुराक भत्ता दिया जाएगा। नर्सरी में अभ्यास करने वाले खिलाड़ियों की शिक्षा फ्री रहेगी। इनके अलावा खेल प्रशिक्षकों को योग्यता के आधार पर 20 से 25 हजार रुपये तक वेतन दिया जाएगा। सुबह-शाम खिलाड़ियों को अभ्यास करवाया जाएगा।
दो बार होगी खेल स्पर्धा
जिले में खेल नर्सरी होगी। इन नर्सरी के खिलाड़ियों की साल में दो बार खेल स्पर्धा करवाई जाएगी। इस खेल स्पर्धा में नर्सरी के खिलाड़ी ही भाग ले पाएंगे। इससे पहले कभी खेल नर्सरी के खिलाड़ियों के बीच स्पर्धा नहीं करवाई गई थी। इसी के साथ हर महीने खेल उप निदेशक को इन नर्सरियों का निरीक्षण करना होगा। जिला खेल अधिकारी भी अपने स्तर पर निरीक्षण का कार्य करेंगे।
‘‘जिले में 55 खेल नर्सरी खोली जानी है। खेल नर्सरी (Sports Nurseries) की वेरिफिकेशन करके विभाग को रिपोर्ट भेज दी है। खेल नर्सरियों में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
सुदेश कुमार, जिला खेल अधिकारी, सरसा।
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