संयम, कैसे रखें, पूज्य गुरु जी ने बताया आसान तरीका
बरनावा। सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ( Ram Rahim) ने शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा (यूपी) से आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से अपने अमृतमयी वचनों की वर्षा करते हुए जीवन में संयम को अपनाने का आह्वान किया। पूज्य गुरु जी न...
गुरुमंत्र के जाप से जाग उठती हैं अंदर की शक्तियां
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि संसार में यह कोई नहीं जानता था कि भगवान, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, राम ऐसी कोई सुप्रीम पावर है, ऐसी कोई शक्ति है, जो सबके अंदर मौजूद है और उसे बुलाया जाए तो वह इस जहान के त...
भलाई करने वालों को मिलती हैं खुशियां
Sirsa: पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि ऐसे इन्सान इस कलियुग में हैं तो सही, पर जनसंख्या के अनुसार बहुत कम हैं जिनके अंदर यह भावना रहती है कि ईश्वर जब मेरा भला कर रहे हैं वो सबका भला करें। किसी को रोता देखकर, किसी...
पूज्य गुरु जी ने शाह सतनाम जी शिक्षण संस्थान पर किए वचन
बरनावा। सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, जिला बागपत (उत्तर प्रदेश) से आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से बच्चों के अच्छे पालन-पोषण में आ रही परेशानियों सहित विभिन्न सवालों के जवाब देकर उनकी ज...
इन्सानियत के लिए मर-मिटने वाला ही होता है सच्चा मुरीद
काल के चक्रव्यहू को तोड़ने का एकमात्र उपाय है मालिक का नाम
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि सतगुरु, मौला, मुर्शिदे-कामिल इस घोर कलियुग में उस सच को कहा जाता है, जो आत्मा और परमात्मा को मिला दे। आत्मा सुमिरन क...
मन से लड़ना ही सच्ची भक्ति
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मन से लड़ना ही कलियुग में सच्ची भक्ति है। सेवा के दौरान निंदा, चुगली की जगह सुमिरन करो या कोई शब्द गुनगुनाते रहो तो उसका फल जबरदस्त होता है जो आपको मालिक की दया-मेहर, रहमत के क...
हमने तुम्हारे यहां एक और लड़का भेज दिया है
पूज्य हजूर पिता जी की बख्शिश
प्रेमी रामफल इन्सां सुपुत्र श्री भरत सिंह एसडीओ पीडब्लयूडी आईबी (हरियाणा) मकान नं. 561 सैक्टर 7 कुरुक्षेत्र। प्रेमी जी अपने सतगुरु मुर्शिदे कामिल पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के अपार रहमो-कर्म ...
सच्चे दिल से परमात्मा को याद करें
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इस कलियुग में राम-नाम की चर्चा होना बहुत बड़ी बात है। आज इन्सान बहुत स्वार्थी हो गया है। जब उसे दु:ख होता है तो वह भगवान को याद करता है और सुख में भगवान याद भी नहीं आते। अगर इन...
‘पूजनीय परम पिता जी की लाठी’, किराये दार ने छोड़ दी शराब
सरसा। यह बात सन् 1985 की है। मैं पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के दर्शन करने के लिए सरसा आश्रम पहुंचा। उस समय मजलिस के दौरान पूजनीय परम पिता जी स्टेज पर विराजमान थे। मैं जाकर मजलिस में बैठ गया। कुछ देर के बाद पूजनीय परम पिता जी ने मुझसे पू...
परमात्मा का प्रेम है अनमोल
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक का प्रेम अनमोल है। भाग्यशाली जीव, अच्छे संस्कारों वाले, खुदमुखत्यारी का फायदा उठाने वाले उस परम पिता परमात्मा के प्यार को हासिल कर पाते हैं। इस घोर कलियुग में किसको इतनी फुर्सत है ...