बरनावा में किए वचन हुए पूरे, संगत के लिए खुशी की खबर। Saint Dr Gurmeet Ram Rahim Singh Ji Insan
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉॅ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां जब 40 दिन की रूहानी यात्रा पर पधारे थे। उस समय साध-संगत की फरियाद पर पूज्य गुरु जी ने फरमाया कि अब हर महीने पावन भंडारा मनाया करेंगे। पूज्य गुरु जी ने 29 अप्रैल को 15वीं चिट्ठी आई जिसमें पूज्य ...
अनमोल वचन : शुद्ध भावना से करें परमात्मा को याद
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक का रहमो-कर्म हर उस जीव पर बरसता है, जिनके अंत:करण में मालिक के प्रति प्यार और जुबां पर सबका भला होता है, मालिक उन्हें अंदर-बाहर से खुशियों से नवाजते रहते हैं। जो लोग दोगली नी...
‘सच्चे दाता शाह सतनाम जी महाराज ने राम नाम का पाठ पढ़ाया’
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि साध-संगत को मालूम है कि जनवरी महीना सच्चे मुर्शिद-ए-कामिल शाह सतनाम जी दाता, रहबर का अवतार माह है। साध-संगत देश-विदेश में अपने प्यार-मोहब्बत, सतगुरु पर दृढ़ विश्वास और श्रद्धा के सा...
भावना शुद्ध बनाने के लिए जपो राम-नाम
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक का नाम सुखों की खान है और जिनके अच्छे भाग्य हैं, वो परमात्मा का नाम लेते हैं। ओंकार, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, सब एक ही मालिक के नाम हैं। सभी धर्मों में लिखा हुआ है कि मालिक एक ...
सेवा करो, सुमिरन करो तो बुरे विचार रूक जाएंगे: पूज्य गुरू जी
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान जब तक अपने अत:करण को पाक-पवित्र नहीं करता, तब तक मालिक की तमाम खुशियां उसके अंदर नहीं ठहरती। अपने अंदर के विचारों का शुद्धीकरण करो। विचारों को शुद्ध करने के लिए एक मात्र तरी...
मालिक की औलाद का भला करना ही मालिक की सेवा
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि परमपिता परमात्मा इन्सान के लिए इतनी नियामतें भरकर रखता है, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती, नाप-तोल के बताया नहीं जा सकता। इतना रहमो-कर्म, दया-मेहर, रहमत, इतने दैवी खजाने उस परमपिता प...
रूचि व लगन से लगातार सुमिरन करते रहें
सरसा । पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि उस परमपिता परमात्मा का नाम जिसके दिलो-दिमाग में छाया रहता है, वो इन्सान पल-पल असीम शांति, परमानन्द, लज्जत हासिल करता रहता है। वो दुनिया की गंदगी की तरफ नहीं दौड़ता, वो दुनिया ...
संयम, कैसे रखें, पूज्य गुरु जी ने बताया आसान तरीका
बरनावा। सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ( Ram Rahim) ने शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा (यूपी) से आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से अपने अमृतमयी वचनों की वर्षा करते हुए जीवन में संयम को अपनाने का आह्वान किया। पूज्य गुरु जी न...
राम-नाम के बिना जीवन व्यर्थ
मालिक के नाम के बिना जीवन व्यर्थ है। मालिक के नाम से ही जीवन की कद्र-कीमत पड़ती है और आत्मा आवागमन से आजाद होती है। मनुष्य जन्म सदियों के बाद, युगों के बाद आत्मा को मिलता है। इस मनुष्य जन्म में अगर जीव नाम जपे, अल्लाह, वाहेगुरु का शुक्राना करे तो जन्मों-जन्मों के पाप-कर्म कट जाया करते हैं।
अपने मतलब, खुदगर्जी के लिए लोग हर हद से गिर जाते हैं : पूज्य गुरू जी
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि जीव पर मालिक की रहमत होती है तो जीव सत्संग में चलकर आता है। उस पर परम पिता परमात्मा का रहमो-करम बरसता है। जो जीव सुनकर अमल करता है, वो जीव पूरा फायदा उठा लेता है। पूज्य गुरु जी फरम...