online Gurukul : नशा बेचने वालों को पूज्य गुरु जी ने क्या कहा, पढ़िये
इंसानियत की सच्ची सेवा करना सिखाते हैं डेरा सच्चा सौदा के 143 मानवता कार्य
बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने मंगलवार को
(online Gurukul dr.msg )आनलाइन गुरुकुल के माध्यम से फरमाया कि समाज में नशों के ठेके ख...
दूसरों का भला करो, घरों में आएंगी बरकतें: पूज्य गुरु जी
Ruhani Majlis | Anmol Vachan | Saint Dr. MSG
सरसा। पूज्य गुरू जी फरमाते हैं कि परमपिता परमात्मा कण-कण में जर्रे-जर्रे में मौजूद है। जो सच्ची भावना, श्रद्धा से उसको याद करते हैं, उससे प्यार करते हैं। वो प्यार का समंदर, रहमत का सागर अपनी तमाम बरकतें उ...
मालिक का नाम सुखों की खान: डॉ. एमएसजी
लाखों की तादाद में पहुंची साध-संगत | Gods Word
सरसा (आनंद भार्गव)। मालिक का नाम सुखों की खान है, (Gods Word) लेकिन वो खान ढूंढना बहुत जरूरी है। कहीं भी पता चल जाए कि इस दुनियां में सोने, चांदी, हीरे जवाहरात की खान है तो लोग दिन रात उन्हें ढूंढने में...
सेवा-सुमिरन को गहना बना लो
जो लोग सेवा-सुमिरन को गहने बना लेते हैं, अमल करते हैं, मालिक उन पर अपनी दया-मेहर जरूर करता है। इस घोर कलियुग में सेवा करना बड़ा ही मुश्किल है। कोई भागों वाले जीव होते हैं जो सेवा करते हैं। सेवा के साथ-साथ सुमिरन, भक्ति-इबादत की जाए तो किसी भी चीज की कमी नहीं रहती।
निंदकों से बचकर रहो
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान को सुमिरन के लिए टाईम-पीरियड फिक्स करना चाहिए। आम तौर पर लोग बड़ी जल्दबाजी करते हैं कि पांच-सात दिन सुमिरन करुंगा और मुझे ये मिल जाए, वो मिल जाए। जबकि आप यह सोचें कि मैं...
यहां भी तू वहां भी तू जिधर भी देखूं बस तू ही तू…
पूज्य हजूर पिता जी मुस्कुराकर फरमाने लगे, ‘‘कोई बात नहीं पिता जी, आपका जन्म दिन भी आएगा। हम धूमधाम से मनाएंगे और साध-संगत को खूब नचाएंगे।’’
एक दिन पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज अपनी लम्बी प्यारी सोटी लेकर तेरावास से बाहर आए तो मौज में आकर फरमा...
अंधेरी जिंदगियों में लौटेगा उजाला
मिशन उजियारा। 'याद ए मुर्शिद शाह सतनाम जी महाराज 25वां नेत्र जांच शिविर शुरू, पहले दिन 6659 रजिस्ट्रेशन
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने पावन कर कमलों से रिबन जोड़कर किया शुभारंभ
Sirsa, Sandeep Kamboj: पूज्य परमपिता शाह...
कभी तेरे चरणन न छोड़ेंगे…
कभी तेरा दामन ना छोड़ेंगे हम। चाहे यह मन करे लाखों सितम्।
1. मुहब्बत के शोलोें में जलता रहूंगा।
तेरा नाम लेकर मैं चलता रहूंगा।
ठोकर भी खाकर संभलता रहूंगा।
पड़े हैं मुहब्बत के हम पे कर्म।
कभी तेरे चरणन...
2. देंगी सहारा जो तेरी निगाहें।
तो आसान ह...
मालिक को पाने के लिए आत्मविश्वास जगाना जरूरी
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि सत्संग एक ऐसी जगह होती है, जहां ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु, राम की चर्चा होती हो, जहां पे इन्सान आकर बैठे तो उसे अपने मालिक, परमपिता, परमात्मा की याद आए, खुद में क्या गुण हैं, ...
राम-नाम के जाप से ही सफल होगा मनुष्य जीवन : पूज्य गुरु जी
शाह सतनाम जी धाम (सरसा), शाह सतनाम जी आश्रम, बरनावा और सलाबतपुरा डेरे में हुई नामचर्चाएं (Happy Incarnation Month)
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को साध-संगत ने पावन अवतार माह की पवित्र नारे के रूप में दी बधाई
पावन ...