12 साल के मासूम की जान बचाने आधी रात को रक्तदान करने पहुंचा डेरा प्रेमी
ऐसे में बच्चे के परिजनों द्वारा डेरा प्रेमियों से संपर्क किया गया तो भारी बारिश के बीच रात के करीबन 12 बजे डेरा सच्चा सौदा के ट्रयू ब्लॅड पंप कहलाए जाने वाले सेवादार बच्चे के लिए रक्तदान करने पहुंच गए।
डेरा प्रेमियों ने जरूरतमंद परिवारो को बांटी रजाईयां
इस कंपकपाती हुई सर्दी में गरीब और बेसहारा लोगों को राहत पहुंचाने के उदेश्य से संगरिया ब्लॉक के शाह सतनाम जी ग्रीन एस वैल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार भाईयों ने अपने मुर्शिद पूज्य शाह सतनाम सिंह जी के अवतार माह के उपलक्ष्य में बीती रात स्थानीय रेलवे स्टेशन व अन्य जगहों पर बिना रजाई के सो रहे लोगों को 12 नई रजाईयां वितरित की।
20 माह से लापता 21 वर्षीय युवक को परिजनों से मिलाया
दिपक कुमार के पिता व भाई ओमप्रकाश लेने यहा पहुंचे। इतने समय बाद पुत्र को देखकर पिता की आखें नम हो गई व गले से लगा लिया। कानूनी प्रक्रिया के बाद दीपक को उनके परिवार के हवाले कर दिया गया।
देह और आँखें दान कर प्रेरणा स्त्रोत बने ‘रूलदाराम इन्सां’
वहीं मरणोपरांत नेत्रदान व शरीरदान कर मानवता का भला करने में पीछे नहीं रहते। इसी कड़ी में सोमवार को जिले के ब्लॉक कल्याण नगर निवासी इंटरनेशनल योगा खिलाड़ी कीर्ति इन्सां के पिता रूलदाराम (52) के मरणोपरांत उनकी अंतिम इच्छानुसार उनकी पार्थिव देह को मेडिकल शोध कार्यों के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश को दान कर दिया।
सिर्फ सुमिरन से काबू होता है मन: पूज्य गुरु जी
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इस घोर कलियुग में मालिक के नाम का जाप करना बहुत ही मुश्किल बात है। इन्सान दुनियादारी में अन्य काम-धंधे बड़े खुश होकर कर लेते हैं लेकिन सतगुरु, मौला का नाम जपना, उसकी भक्ति-इबादत में ...
राम का नाम जपने से छूट जाती हैं बुरी आदतें
पूज्य गुरु संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि प्रभु कण-कण में है। ऐसी कोई जगह नहीं है जहां वो न हो। इन्सान अपने मालिक, सतगुरु को जर्रे-जर्रे में देख सकता है, लेकिन काम-वासना, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार, मन-माया की मोतियाबिंद रूपी परतें उसक...
लीवर समस्या से जूझ रहे बुजुर्ग को प्लैटलेट्स डोनेट कर बचाई जान
जयपाल इन्सां ने जालंधर निवासी 68 वर्षीय अशोक कुमार के लिए रक्तदान (प्लेटलैट्स) कर उनके इलाज में मदद की। अशोक लीवर की बीमारी से ग्रस्त हैं और उनका आॅप्रेशन किया जाना था। डॉक्टरों ने जब उन्हें प्लेटलैट्स मुहैया करने के लिए कहा तो अशोक कुमार के परिजनों ने प्लैटलैट्स के लिए खूब दौड़-धूप की लेकिन वे उसका बंदोबस्त करने में कामयाब नहीं हुए।
स्वार्थी ना बने आदमी : पुज्य गुरु जी
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि आदमी को स्वार्थी नहीं होना चाहिए। जब इन्सान हद से ज्यादा स्वार्थी हो जाता है वह कभी किसी के साथ नहीं रह सकता। जब उसके अहंकार पर चोट पहुंचती है, तो उसे कुछ भी अच्छा नहीं लगता। जब आपस...
प्रभु-प्रेम में सच्ची खुशियां
पूज्य हजूर पिता संंंंत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंंंह जी इन्सां फरमाते हैं कि ज्यादातर दुनियावी मोहब्बत की नींव स्वार्थ पर टिकी हुई है। जब तक स्वार्थ-सिद्धि होती है, मतलब हल होता है तो आपस में प्यार है और जैसे ही स्वार्थ-सिद्धि बंद होती है तो वो प्यार जो...
न कोई बैरी, नहीं बेगाना, हर दिल में मालिक का ठिकाना
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि जब इंसान अल्लाह-वाहेगुरु, गॉड, खुदा, राम से जुड़ जाता है तो उसके विचारों में तबदीली आती है, उसकी राह बदल जाती है और गुजरे हुए रास्तों को जब वो याद करता है तो वैराग्य आता है कि हे रहब...