डेरा अनुयायी परम्पराओं को पर्यावरण संरक्षण से जोड़कर दे रहे हरियाली की सौगात
दूसरी ओर डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी है जो पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की शिक्षाओं पर चलते हुए अपनों के सचखंड विराजने पर उन मानव अस्थियों पर पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण की अद्भुत ऐतिहासिक इबारत लिख रहे हैं।
कोरोना/कर्फ्यू। हर कोई कर रहा ‘ट्रयू ब्लड पंप’ की प्रशंसा
डेरा श्रद्धालु: इन कैंपों दौरान सरकारों की ओर से जारी की हिदायतों का विशेष तौर पर ध्यान रखा जा रहा है, जिनमें मुँह पर मास्क पहनना व हाथों को सैनीटाईज करना आदि विशेष तौर पर सोशल डिस्टैंस का पूरा ख़्याल रखा जाता है।
कोरोना से जंग में मददगार बन रहे चंडीगढ़ के सेवादार
ऐसे परिवारों को डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत महीने भर का राशन पहुंचा रही है। इस मौके पर स्थानीय जिम्मेवारों ने बताया कि साध-संगत इस मुश्किल घड़ी में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए दीन-दुखियों की मदद में जुटी है।
समाज के लिए प्रेरणा बना परिवार, रक्तदान कर मनाया बेटी का जन्मदिन
पूरे परिवार ने स्थानीय सिविल अस्पताल के ब्लॅड बैंक में जाकर ब्लॅड बैंक इंचार्ज मैडम डा. करिश्मा को मिलकर परिवार सहित पिता गुरमेल सिंह इन्सां, माता जसवंत कौर इन्सां, भाई कुलदीप इन्सां, भाभी सिमरजीत कौर इन्सां और खुद गुरप्रीत कौर इन्सां ने रक्तदान किया।
डेरा श्रद्धालुओं ने किया 122 यूनिट रक्तदान
भंगीदास सत्या देव इन्सां ने बताया कि 29 अप्रैल से शुरू हुए इस रक्तदान कैंपों की कड़ी के अंतर्गत आज तक डेरा श्रद्धालु 540 यूनिट रक्तदान कर चुके हैं। आज रेडक्रॉस में 29 यूनिट, कृष्णा चैरिटेबल अस्पताल में 42 यूनिट और ऐसपीऐस अस्पताल में 51 यूनिट रक्तदान किया गया है।
चंडीगढ़: रक्तदान के महायज्ञ में आहुति डालने वाली चंडीगढ़ की साध-संगत का धन्यवाद
इस पुनित कार्य में डेरा बस्सी ब्लॉक की साध-संगत ने भी रक्तदान करके अहम योगदान दिया। साध-संगत के भारी उत्साह को देखकर ब्लड बैंकों के पदाधिकारी जहां बेहद प्रसन्न थे। वहीं उन्होंने साध-संगत की भावना को देखकर इन्हें इस मुश्किल वक्त के ‘सच्चे योद्धा’ कहा।
विश्व थैलेसीमिया दिवस : डेरा सच्चा सौदा के ‘ट्रयू ब्लड पंपों’ ने भरे अस्पतालों के ‘ब्लड बैंक’
आज डेरा श्रद्धालुओं की ओर से डीएमसी अस्पताल, गुरू नानक अस्पताल और चंडीगढ रोड पर स्थित अकाई अस्पताल को 241 यूनिट रक्तदान किया गया। ‘ट्रयू ब्लड पंप’ के नाम से जाने जाते डेरा श्रद्धालु आज सभी जिले के ब्लॉकों से सुबह 9 बजे से ही उक्त तीनों अस्पतालों में पहुंचने शुरू हो गए। रक्तदान करने आए इन डेरा श्रद्धालुओं में बहनें भी बड़ी संख्या में शामिल हुई।
विश्व थैलेसीमिया दिवस : 58 डेरा श्रद्धालुओं ने किया रक्तदान
मानवता भलाई के कार्य: कोविड -19 के कारण ब्लड की कमी हो रही है और थैलेसीमिया, कैंसर, डाईलासिस और मेजर अनीमियां के मरीजों को ब्लड देने के लिए ब्लड की जरूरत है
डेरा अनुयायियों ने थेलेसीमिया और कैंसर पीड़ितों के लिए किया रक्तदान
डेरा सच्चा सौदा: वहीं रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव विकास कुमार ने बताया कि थैलेसीमिया पीड़ित और कैंसर पीड़ितों के लिए पूरे जिले सहित प्रदेश में भी खून की कमी है, जिसके चलते आज डेरा सच्चा सौदा के लोगों ने उनके आग्रह पर यह रक्तदान शिविर लगाया है