राम-नाम ही आत्मबल देने वाली ताकत
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, रब्ब को भुलाए बैठा है। उसको भूलने से इन्सान के अंदर गम, दु:ख, दर्द, चिंता, परेशानियां बढ़ती जाती हैं और इन्सान आत्मिक कमजोरी की वजह...
डेरा श्रद्धालुओं ने किया दो यूनिट रक्तदान
श्री मुक्तसर साहब(सच कहूँ/सुरेश गर्ग)। मानवता भलाई के कार्यों में डेरा सच्चा सौदा के सेवादार हमेशा तैयार रहते हैं। इसकी ताजा मिसाल ब्लॉक बरीवाला के गांव थांदेवाल के श्रद्धालुओं से मिलती है। जो बीते दिनों डेरा सच्चा सौदा सिरसा में सेवा पर गए थे। वहां ...
दिव्यांग दंपति को डेरा श्रद्धाुलओं ने बनाकर दिया आशियाना
पीड़ित परिवार रामनिवास ने बताया कि 5 साल पहले बरसात-तूफान में उसका मकान गिर गया था
डेरा श्रद्धालुओं ने गरीब परिवार की लड़की के विवाह में किया आर्थिक सहयोग
क्षेत्रीय निवासियों ने की डेरा श्रद्धालुओं की प्रशंसा
सच कहूँ/टहल सिंह खन्ना। समाज भलायी को समर्पित संस्था डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत की ओर से पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र प्रेरणाओं पर चलते हुए 134 मानवता भलाई के कार...
हैप्पी इन्सां ने प्लेटलेट्स डोनेट कर पेश की इंसानियत
करनाल(सच कहूँ/विजय शर्मा)। डेरा सच्चा सौदा के सेवादार जहां कहीं भी हो, वहीं मानवता की सेवा करने के लिए तैयार रहते हैं, ऐसा उदाहरण उस समय देने को मिला जब ब्लाक करनाल निवासी हैप्पी इन्सां डेरा सच्चा सौदा आश्रम में सेवा पर आए हुए थे। उन्हें जैसे ही पता ...
शरीरदानी ब्रिकमजीत सिंह इन्सां को नामचर्चा कर दी श्रद्धांजलि
जिम्मेवारों ने शरीरदानी के परिवार को सम्मान चिन्ह देकर किया सम्मानित (Vikramjeet Singh Insa 45 Member Punjab)
सच कहूँ/सुरेश गर्ग श्री मुक्तसर साहब। शरीरदानी बिक्रमजीत सिंह इन्सां 45 मैंबर पंजाब चक्क काला सिंह वाला जो बीते दिनों अपनी श्वासों रूपी पू...
…इहनां तां सिरे वाली गल्ल कह तीं
इस पर परिवार के सदस्यों ने कहा कि हम बरगद के पौधे दरबार में ले आएंगे
सुमिरन से ही मोक्ष-मुक्ति संभव
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि परम पिता परमात्मा, सतगुरु मौला ने मनुष्य शरीर सर्वोत्तम शरीर दिया है, ऐसा शरीर जिसकी तुलना किसी ओर से नहीं की जा सकती। इस शरीर में रहते हुए जीवात्मा अगर परम पिता परमात्मा का न...
पाप-कर्मोें से दूर रहो और प्रभु-भक्ति करो
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि रोजाना इस संसार में कितने ही लोग आते हैं और पता नहीं कितने ही चले जाते हैं, लेकिन कोई इससे शिक्षा नहीं लेता। पता नहीं कब आपका भी बुलावा आ जाए और आपको इस संसार से जाना पड़े। इसलिए ऐ...
प्रभु को पाने के लिए भक्ति जरूरी
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि सत्संग का अर्थ है सच का साथ। सच उसे कहते हैं जिसे कहा जा सकता है कि जो सच था, सच है और सच ही रहेगा। ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरू, गॉड, खुदा, रब्ब ही इस दुनिया में एकमात्र सच है। ...