बुरी आदतें इंसान को भगवान से दूर करती हैं : पूज्य गुरु जी
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान को जैसी आदत पड़ जाती है तो उसे छोड़ना बहुत बड़ी बात होती है। मन जैसी भी बात एक बार पकड़ लेता है तो इन्सान को उन्हीं ख्यालों में सारी उम्र लगाकर रखता है। परन्तु अपनी आदतों की वजह...
भावना शुद्ध बनाने के लिए राम-नाम जपो: पूज्य गुरु जी
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक का नाम सुखों की खान है और जिनके अच्छे भाग्य हैं, वो परमात्मा का नाम लेते हैं। ओंकार, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, सब एक ही मालिक के नाम हैं। सभी धर्मों में लिखा हुआ है कि मालिक एक ...
कन्या की शादी में डेरा श्रद्धालुओं ने सहयोग कर दिया आशीर्वाद
लड़की की शादी में घरेलू सामान देती डेरा सच्चा सौदा की महिला अनुयायी।
साध-संगत ने जरूरतमंद परिवारों को दिया राशन
ब्लॉक उपकार कॉलोनी में आयोजित नामचर्चा के दौरान कविराजों ने गाया गुरुयश
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। गत दिवस ब्लॉक उपकार कॉलानी में नामचर्चा का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ ब्लॉक भंगीदास परमजीत इन्सां ने पावन नारा ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ बोलकर किया।...
अनमोल वचन : बच्चों को दें इंसानियत की शिक्षा: पूज्य गुरु जी
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि जब बच्चा पांच-छह साल का हो जाता है तो उसकी परवरिश कैसे की जाती है? इस उम्र में बच्चा अनजान नहीं होता बल्कि उसे पूरी समझ होती है। ये कलियुग का दौर है, आज के समय पांच-छ: साल का बच्चा...
विदेशों में रहते डेरा श्रद्धालुओं ने देश की खुशहाली व शांति के लिए रखा व्रत, बांटा राशन
अजीतवाल(सच कहूँ/किरण रत्ती)। डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की ओर से दी जाती मानवता भलाई की शिक्षाओं पर अमल करते जहां भारत में डेरा श्रद्धालु मानवता भलाई के कार्य दिन रात कर रहे हैं, वहीं विदेशों में भी रहते डेरा...
अनमोल वचन : श्वासों की कीमत भूल रहा इन्सान: पूज्य गुरु जी
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान जितने भी श्वास राम की याद में लगाता है वो बेशकीमती श्वास बन जाते हैं। इससे आने वाले समय में भी आपको सुख मिलता है। अगले जहान में भी परमानन्द मिलता है और आवागमन से आजादी प्राप...
रूहानी सवाल-जवाब
प्रश्न : किस्मत से क्या अभिप्राय है? क्या इसे बदला जा सकता है?
उत्तर : कर्मों का दायरा बहुत बड़ा होता है जो पूरे सतगुरु की दया मेहर के बिना खत्म नहीं होता। हम अपने पूर्व जन्मों के कर्मों का फल इसी जन्म में भोगते हैं तथा इस जन्म में कुछ नए कर्म भी बना...
साध-संगत ने 51 जरूरतमंद परिवारों को बांटा राशन
नामचर्चा दौरान पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पवित्र शाही चिट्ठी में आए वचनों पर अमल करते सुनाम ब्लॉक की साध संगत की ओर से 51 अति जरूरतमंद परिवारों को राशन दिया गया।