Kairana। लखनऊ में भरी अदालत के दौरान कुख्यात गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या के बाद कैराना स्थित जनपद न्यायालय परिसर (District Court Complex at Kairana) में सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी गई है। एसपी व सीओ ने डॉग स्क्वॉयड के साथ न्यायालय परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाया। उन्होंने सुरक्षा व्यव्स्था का जायजा लेते हुए पुलिसकर्मियों को अलर्ट रहने व नियमित चेकिंग के निर्देश दिए। Murder of gangster Sanjeev Jeeva
कस्बे के शामली-कैराना रोड पर स्थित जनपद न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। घटना के बाद से न्यायालय के मुख्य मार्ग पर स्थित दो प्रवेश द्वारों के साथ ही तहसील परिसर की ओर के दो अन्य एंट्री प्वाइंटों पर सघन चेकिंग की जा रही है। किसी भी व्यक्ति को बगैर मेटल डिटेक्टर मशीन चेकिंग के नहीं जाने दिया जा रहा है। इस दौरान संदिग्ध लोगों की तलाशी भी ली जा रही है। Kairana
एक दिन पूर्व सीओ अमरदीप मौर्य भी कोर्ट कंपाउंड में पहुंचे तथा डॉग स्क्वॉयड की टीम के साथ न्यायालय परिसर में सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने न्यायालय प्रवेश द्वार पर पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी का जायजा लिया। इसके अलावा न्यायालय परिसर में संदिग्ध दिखने वाले लोगों से पूछताछ की गई। न्यायालय परिसर में पार्किंग में खड़े चुपहिया वाहनों की डिग्गियां खुलवाकर चेकिंग की गई। वही, एसपी अभिषेक झा ने भी न्यायालय परिसर में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। इस दौरान बार एसोसिएशन कैराना के अध्यक्ष ठाकुर राजेंद्र प्रसाद और महासचिव आलोक चौहान भी मौजूद रहे। Kairana
कैराना न्यायालय परिसर में लगे हुए हैं 20 सीसीटीवी कैमरे | Kairana
सीओ अमरदीप मौर्य ने विभिन्न न्यायालयों की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देशित करते हुए कहा कि न्यायालय परिसर में कोई भी व्यक्ति बगैर चेकिंग के प्रवेश ना करें। एंट्री पॉइंट पर ही मुस्तैदी के साथ नियमित रूप से चेकिंग की जाए। बताया जा रहा है कि न्यायालय परिसर में कुल 20 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। सीओ ने अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों को तहसील की ओर से न्यायालय की ओर जाने वाले रास्ते पर मंदिर के निकट कैमरा व बैरियर लगाने के निर्देश दिए।
अधिवक्ताओं के लिए परिचय-पत्र अनिवार्य | Kairana
जनपद न्यायाधीश गिरीश कुमार वैश्य के निर्देश पर बार एसोसिएशन कैराना की ओर से नोटिस बोर्ड पर सूचना जारी की गई है। कहा गया कि सभी अधिवक्ताओं के लिए न्यायालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने की कड़ी में प्रवेश के लिए परिचय पत्र अनिवार्य हैं। लिपिकों को भी परिचय पत्र साथ रखने होंगे।