नोहर के गांव फेफाना में हुआ रिश्तों का खून

Chhattisgarh News
जादू-टोने के शक में एक ही परिवार के पांच की हत्या

नाबालिग बेटे ने कुल्हाड़ी से वार कर मां-बाप को उतारा मौत के घाट

  • भाई को भी किया अधमरा, पश्चाताप हुआ तो भाई को उठाकर ले जाने लगा अस्पताल, नशामुक्ति केन्द्र में भेजने से था नाराज, खुद ही कंट्रोल रूम में दी सूचना, पुलिस ने किया निरुद्ध

हनुमानगढ़। जिले के नोहर पुलिस थाना क्षेत्र के गांव फेफाना में बुधवार रात्रि को रिश्तों का खून हो गया। नशा करने के आदी नाबालिग बेटे ने गहरी नींद में सो रहे मां-बाप व भाई पर कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे मां-बाप की मौत हो गई जबकि भाई गम्भीर घायल हो गया। वह भी जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहा है। नाबालिग बेटे को पश्चाताप हुआ तो वह घायल भाई को उठाकर अस्पताल ले जाने लगा। साथ ही खुद ही कंट्रोल रूम में सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नाबालिग लड़के को निरुद्ध कर लिया। वारदात को अंजाम देने वाला नाबालिग बेटा नशामुक्ति केन्द्र में भेजे जाने से नाराज था। इस दोहरे हत्याकांड से पूरे गांव में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार गांव फेफाना से करीब तीन किलोमीटर दूर एकांत रोही में ढाणी बनाकर रहने वाले शिशपाल भादू का 16 वर्षीय बेटा नशा करने का आदी है।

परिजनों ने कुछ दिन पहले ही उसे नशामुक्ति केन्द्र में भर्ती करवाया था लेकिन वह नशामुक्ति केन्द्र नहीं जाना चाहता था। नशामुक्ति केन्द्र भेजे जाने की बात से वह अपने मां-बाप व भाई से नाराज हो गया। उसने नशामुक्ति केन्द्र से ले जाने के लिए भादरा के उज्जलवास में रहने वाले अपने मामा को कहा। दो दिन पहले उसका मामा उसे नशामुक्ति केन्द्र से उज्जलवास घर ले गया। इसके बाद नाबालिग लड़का अपने ननिहाल से बिना बताए नोहर होता हुआ मंगलवार को अपने गांव फेफाना पहुंचा। घर पहुंचा तो उसके माता-पिता व भाई ने उसे दोबारा नशामुक्ति केन्द्र भेजने की बात कही लेकिन वह नशामुक्ति केन्द्र नहीं जाना जाता था। इसको लेकर उसके अपने माता-पिता व भाई से बहस हो गई।

बुधवार रात्रि को करीब साढ़े नौ बजे जब नाबालिग लड़के का पिता शिशपाल भादू (42) पुत्र बीरबल भादू, मां इन्द्रा (38) व भाई अजय (14) सो गए तो नाबालिग बेटे ने कुल्हाड़ी से तीनों पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे उसके पिता व मां की मौत हो गई जबकि भाई अजय गम्भीर घायल हो गया। मां-बाप की हत्या करने वाले बेटे ने मोबाइल फोन के जरिए स्वयं ही कंट्रोल रूम में सूचना दी कि अज्ञात जनों ने उनके परिवार पर हमला कर दिया है। कंट्रोल रूम से इसकी सूचना फेफाना पुलिस चौकी में पहुंची। इस पर फेफाना पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई इन्द्राज के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके लिए रवाना हो गई।

तडफ़ते देख घायल भाई को उठाकर चल पड़ा

घटना के कुछ देर बाद नाबालिग बेटे को अपनी करनी पर पश्चाताप हुआ तो वह चोट लगने से तडफ़ते अपने घायल भाई अजय को उठाकर अस्पताल ले जाने के लिए पैदल ही रवाना हो गया। उधर, फेफाना चौकी से रवाना हुए पुलिसकर्मियों को रास्ते में घटनास्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर सड़क किनारे उक्त नाबालिग लड़का बैठा मिला। वह अपने भाई के साथ वहां बैठा किसी वाहन का इन्तजार कर रहा था। पुलिस ने साधन की व्यवस्था करवा घायल अजय को नोहर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भिजवाया। वहां से चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद अजय को हायर सेंटर सिरसा रेफर कर दिया।

पुलिस अधिकारियों ने किया मुआयना

घटना की सूचना मिलने पर नोहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र मीणा, पुलिस उप अधीक्षक महेन्द्रसिंह राजवी व नोहर पुलिस थाना प्रभारी रविन्द्र सिंह नरुका मौके पर पहुंचे और शिशपाल भादू व उसकी पत्नी इन्द्रा के शवों को नोहर सीएचसी के मोर्चरी रूम में भिजवाया। साथ ही घटनास्थल का मौका मुआयना किया। पुलिस अधिकारियों ने 16 वर्षीय नाबालिग लड़के से पूछताछ की तो उसने नशामुक्ति केन्द्र में भेजे जाने से नाराज होकर अपने मां-बाप की हत्या की बात स्वीकार ली। इस पर पुलिस ने नाबालिग लड़के को निरुद्ध कर लिया। पुलिस के अनुसार प्रारम्भिक पूछताछ में शिशपाल भादू के 16 वर्षीय नाबालिग बेटे ने अकेले ही वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी है। उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है। गुरुवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिए।

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