नई दिल्ली (एजेंसी)। धरती पर बड़ी आफत आ सकती है। क्योंकि सूर्य के वायुमंडल में एक छेद से तेज गति वाली सौर हवाएं आज (3 अगस्त) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकती हैं। इससे एक मामूली जी-1 भू-चुंबकीय तूफान शुरू होने का अंदेशा है। गौरतलब हैं कि भू-चुंबकीय तूफान से रेडियो सिग्नल में मुश्किल आ सकती है जिससे रेडियो संचालकों को भी व्यवधान का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा जीपीएस इस्तेमाल करने वाले भी दिक्कतें महसूस कर सकते हैं। सौर तूफान का असर मोबाइल फोन के सिग्नल पर भी हो सकता है, इसी के साथ पावर ग्रिड पर भी इसका असर हो सकता है, जिससे ब्लैकआउट का भी खतरा है। इसी वजह से इस तूफान को लेकर काफी चिंता जताई जा रही है।
पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 15 से 18 घंटे
आपको बता दें कि स्पेस वेदर प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार, सूर्य से निकलने वाला मलबा या कोरोनल मास इजेक्शन आमतौर पर पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 15 से 18 घंटे लगते हैं। यह तूफान तब आता है जब सूर्य अपने लगभग 11 साल लंबे सौर चक्र के सबसे सक्रिय चरण में प्रवेश करता है।
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