नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा तथा एन डिसूजा को कानूनी नोटिस भेजकर कहा है कि उनकी पुत्री पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं, इसलिए कांग्रेस नेता बिना शर्त माफी मांगे। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने श्रीमती ईरानी से मिले नोटिस की पुष्टि करते हुए कहा, ‘ श्रीमती स्मृति ईरानी द्वारा दायर मामले का औपचारिक जवाब देने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय ने हमें नोटिस जारी किया है। अदालत के सामने हम तथ्य पेश करेंगे। हम इसे चुनौती देंगे और श्रीमती ईरानी द्वारा भटकाने के इस प्रयास का खंडन करेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस नेताओं ने पिछले दिनों श्रीमती ईरानी की पुत्री पर गोवा में गैर-कानूनी तरीके से बार चलाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से श्रीमती ईरानी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी। केन्द्रीय मंत्री ने कांग्रेसी नेताओं के इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करते हुए उनसे बिना शर्त माफी मांगने या दो करोड़ रुपए का जुर्माना देने को कहा है।
हाई कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं से ट्वीट डिलीट करने को कहा
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को 24 घंटे के भीतर उन ट्वीट को हटाने का निर्देश दिया, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की पुत्री पर गोवा में कथित तौर पर फर्जी बार लाइसेंस के आधार पर एक रेस्तरां चलाने का आरोप लगाया था। श्रीमती ईरानी ने कांग्रेस के तीनों नेताओं को कानूनी नोटिस भेजकर बिना शर्त माफी मांगने और अपनी पुत्री पर लगे आरोपों को तत्काल वापस लेने की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि उनकी पुत्री का नाम किसी भी दस्तावेज में नहीं है। श्रीमती ईरानी की ओर से पेश हुए वकील ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के झूठे आरोपों ने मंत्री और एक व्यक्ति की सार्वजनिक जीवन की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई और उनकी मयार्दा को ठेस पहुंची है। अदालत ने कांग्रेस के तीनों नेताओं को 18 अगस्त को पेश होने को कहा है। इस मामले में अगली सुनवाई 18 अगस्त को ही होगी।
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