रोड जाम कर लोग बोले, तानाशाही पर उतरी हुई हैै सरदूलगढ़ पुलिस
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पंजाब के अधिकारियोें ने आश्वासन देकर करवाया धरना समाप्त
सच कहूँ/राजू ओढां। रोड़ी में हरियाणा-पंजाब सीमा सड़क को पंजाब पुलिस द्वारा बंद किए जाने से आक्रोषित रोड़ी के लोगों ने भारत नौजवान सभा के बैनर तले रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रोड़ी से सरदूलेवाला रोड जाम करते हुए नारेबाजी कर पंजाब सरकार व पंजाब पुलिस को खूब कोसा। सूचना के बाद रोड़ी थाना प्रभारी, सरदूलगढ़ के बीडीपीओ व थाना प्रभारी पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे और लोगों से बातचीत की। लंबी जदोजहद उपरान्त अधिकारियों के आश्वासन पर प्रदर्शनकारियों ने करीब 3 घंटे उपरान्त धरना समाप्त किया।
धरने पर बैठे वकील सिंह, कुलविन्द्र सिंह, हैप्पी सिंह, मनप्रीत सिंह, सलीम, कीमत सिंह व विक्रम सिंह आदि लोगों ने बताया कि पिछले कुछ समय से कोरोना महामारी के नाम पर इस रोड को बंद कर पंजाब पुलिस द्वारा आमजन को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रोड़ी के लोगों का साथ लगते पंजाब क्षेत्र में दिनभर आना-जाना होता है। यहां के लोग सरदुलेवाला, मानसा व सरदूलगढ़ सहित अन्य क्षेत्रों में विभिन्न कार्य हेतू दिनभर आते-जाते रहते हैं। लेकिन पंजाब पुलिस द्वारा रोड़ी से आगे अपने क्षेत्र में नाकाबंदी कर इस रोड को बंद कर रखा। उन्होंने बताया कि पंजाब की ऐप से रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद भी पुलिस की ओर से आमजन को यहां से गुजरने नहीं दिया जाता है। ऐसे में लोगों को सरदूलगढ़ जाने के लिए वाया झंडा खुर्द होकर 25 किलोमीटर दूर घूमकर जाना पड़ता है।
जबकि यहां से ये दूरी करीब 8 किलोमीटर है। प्रदर्शन की सूचना पाकर रोड़ी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह, सरदूलगढ़ के बीडीपीओ मेजर सिंह व सरदूलगढ़ के एसएचओ बलविन्द्र सिंह पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत करते हुए उन्हें समझाने की कोशिश की। धरना दे रहे लोगों ने कहा कि जब देशभर में आने जाने के लिए सरकार द्वारा ढील दी गई है तो यहां से लोगों को इस मार्ग से क्यों नहीं गुजरने दिया जाता है। जबकि बठिंडा जाने के लिए अन्य मार्गों पर लोगों का आवागमन सुचारू है। प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों के समक्ष आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस के क र्मचारी इस मार्ग से खेतों में जाने वाले किसानों व आमजन के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं। प्रदर्शनकारियों ने सरदूलगढ़ के एसएचओ व बीडीपीओ को खूब खरी-खरी सुनाई। लोगों का आक्रोष बढ़ता देख मौके पर मौजूद एसएचओ व बीडीपीओ ने लोगों को आश्वासन दिया कि आपातकालीन आवागमन आज ही शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने नाका हटाने के लिए सोमवार तक का समय मांगा। जिसके बाद लोगों ने अधिकारियों के आश्वासन उपरान्त 3 घंटे बाद धरना समाप्त कर दिया। लोगों ने कहा कि यदि सोमवार तक नाका नहीं हटाया गया तो लोग पुन: धरना प्रदर्शन करेंगे।
4 माह से कर रखा है मार्ग बंद
रोड़ी के बिल्कुल साथ पंजाब की सीमा लगती है। यहां के लोग अपने छोटे-मोटे कार्यांे के लिए अक्सर सरदूलगढ़ आते-जाते रहते हैं। लेकिन कोरोना के चलते पंजाब पुलिस द्वारा यहां नाका लगाकर आवागमन बंद किया गया है। पिछले करीब 4 माह से लगाए गए नाके के चलते लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। क्योंकि पंजाब पुलिस द्वारा इस नाके से किसी भी गुजरने नही दिया जाता। आमजन के साथ-साथ आपातकालीन स्थिति के समय भी यहां से नो-इंट्री की गई है। लोगों का आरोप है कि पंजाब पुलिस के कर्मचारी यहां से गुजरने वाले लोगों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं। इस बात को लेकर लोगों की पुलिसकर्मियों से कई बार नोंक-झोंक भी हो चुकी है। नौजवान भारत सभा के सदस्य कुलविन्द्र सिंह ने कहा कि जब पूरे देश में पाबंदी में ढील दे दी गई है और सार्वजनिक सेवाओं को भी शुरू कर दिया है तो ये नाका क्यों लगाया गया है। यदि पंजाब सरकार द्वारा ये नाका कोरोना की वजह से लगाया गया है तो फिर राज्य के दूसरे हिस्सों में ऐसा क्यों नहीं है। रोड़ी के साथ बठिंडा पुलिस द्वारा भी नाका लगाया गया है वहां पर लोगों को कुछ औपचारिकता पूरे करने बाद जाने दिया जाता है, लेकिन सरदूलगढ़ पुलिस द्वारा आवागमन पूरी तरह बंद कर रखा है। जो पंजाब पुलिस की सरेआम तानाशाही है।
गौरतलब हो कि इस समस्या को लेकर रोड़ी की ग्राम पंचायत ने मानसा के एसएसपी व उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा था। लेकिन उक्त मांग पत्र पर अभी तक कोई गौर नहीं किया गया। पंजाब पुलिस के नाके को लेकर लोगों का रोष प्रदर्शन था। इस बारे लोगोंं की कई शिकायतें आई थी कि नाके की वजह से उन्हें परेशानी हो रही है। लेकिन ये मामला पंजाब पुलिस का होने के कारण हमारा हस्तक्षेप नहीं बनता था। बुधवार को लोगों ने पंजाब पुलिस सरकार के खिलाफ नारेबाज की है। पंजाब पुलिस के एसएचओ व डयूटी मजिस्ट्रेट तथा हमनें लोगों को समझाया। पंजाब के अधिकारियों ने सोमवार तक का आश्वासन दिया है।
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