मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया की टीम सर्वे के लिए आएगी | Sikar Medical College
सीकर(एजेंसी)। पिछले दस साल से जिले में सियायत का केन्द्र रहा बहुप्रतीक्षित सीकर मेडिकल कॉलेज ( Sikar Medical College ) के शुरू होने के उम्मीद अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षण पर टिकी हुई है। मेडिकल कॉलेज को शुरू करवाने के लिए राजनेता और चिकित्सा विभाग के अफसर जनता से किए अपने वादों पर खरे उतरे तो जिलेवासियों का मेडिकल कॉलेज का सपना इस साल ही पूरा हो सकता है। सांवली स्थित मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए ने जोर-शोर से निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। इस माह में कभी भी मेडिकल कॉउंसिल ऑफ इंडिया की टीम छह हजार 67 स्क्वायर मीटर में बन रहे मेडिकल कॉलेज के सर्वे के लिए आएगी।
टीम की हरी झंडी मिलते ही मेडिकल कॉलेज को शुरू करने की एलओपी मिल जाएगी। अगले साल फरवरी में फाइनल निरीक्षण होने पर आगामी सत्र से कॉलेज का पहला बैच शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि सांवली में कल्याण आरोग्य सदन की ओर से दी गई भूमि पर मार्च 2016 में सीकर मेडिकल कॉलेज के निर्माण को स्वीकृति मिली थी।
स्वीकृति फिर सियासत ने पकड़ लिया जोर |Sikar Medical College
सीकर मेडिकल कॉलेज को हरी झंडी मिलते ही पहले से चली आ रही सियासत ने जोर पकड़ लिया और कॉलेज के निर्माण कार्य को लेकर राजनीति शुरू हो गई। इस कारण निर्माण कार्य प्रदेश के अन्य जिलो से पिछड़ गया। स्वीकृति के बाद जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुए जिससे कॉलेज पिछड़ता गया। मेडिकल कॉलेज के अधीन नया अस्पताल बनाने के लिए भूमि का विवाद होने के कारण अब एसके अस्पताल को अधीन रखने का निर्णय किया है और यहां पीडियाट्रिक और गायनी वार्ड की एक-एक यूनिट खोली जाएगी। इसके लिए स्टाफ और लेबर रूम तैयार किए गए हैं।
एमसीआई की ओर से निरीक्षण के दौरान निकाली गई अधिकांश खामियों को पूरा कर लिया है। एसके अस्पताल का पट्टा, मेडिकल कॉलेज के लिए फर्नीचर और उपकरण की खरीद प्रदेश स्तर पर की जानी है। स्थानीय स्तर पर भामाशाह के जरिए बजट लेकर खामियां पूरी की जा रही है। पूरा प्रयास है कि निरीक्षण के दौरान किसी प्रकार की खामी नहीं हो। जो खामियां रह जाएंगी उन्हें फाइनल निरीक्षण से पहले पूरा कर लिया जाएगा।
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