जयपुर। जोरावर सिंह गेट स्थित राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (National Institute of Ayurveda) के प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा गर्भधारण करने और गर्भ में पल रहे शिशु के स्वस्थ मानसिक एवं शारीरिक विकास के साथ अच्छे गुणों के साथ संपूर्ण विकास के लिये श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ किया गया। इकाई का शुभारंभ राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने किया। Jaipur News
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कहा आज हर व्यक्ति मानसिक एवं शारीरिक रूप से एक स्वस्थ संतान चाहता है। भाग दौड़ भरी जिंदगी और बदलती जीवन शैली और अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारणों से कई महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती है या गर्भधारण के समय गर्भस्थ शिशु का मानसिक एवं शारीरिक विकास पूर्ण नहीं होता है, जिसके कारण उस बच्चे के लिए पूरा जीवन कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से निकलता है।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग द्वारा जो महिलाएं स्वास्थ्य संबंधी कारणों से गर्भधारण नहीं कर पा रही है या गर्भिणी महिलाओं के गर्भस्थ शिशु के मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ जन्म लेने एवं उनके माता-पिता के अनुसार गुण विकसित करने के लिये गर्भ संस्कार करने के लिये श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ किया गया है।
प्रोफेसर भारती कुमार मंगलम विभागाध्यक्ष प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग ने बताया श्रेयसी प्रजा इकाई का शुभारंभ किया गया है इस इकाई में गर्भधारण करने वाली और गर्भवती महिलाओं का आयुर्वेद, योग, मेडिटेशन के माध्यम से आयुर्वेद चिकित्सा की जाएगी। इस इकाई के अंतर्गत बीज संस्कार और गर्भ संस्कार को किया जाएगा।
बीज संस्कार उन महिलाओं के लिए किया जाता है, जिन्होंने किसी कारण से गर्भधारण अभी तक नहीं किया है या किसी भी शारीरिक स्वास्थ्य कारणों से गर्भधारण नहीं कर पाई है उनके लिए आयुर्वेद चिकित्सा के अंतर्गत पंचकर्म चिकित्सा पद्धति को करने के साथ आहार-विहार, आयुर्वेदिक औषधि, योग, मेडिटेशन के माध्यम से चिकित्सा की जाती है।
कार्यक्रम में प्रोफेसर सुशीला शर्मा, प्रोफेसर सुनीता सुमन, प्रोफेसर अनुपम श्रीवास्तव, डॉ सुमन शर्मा, प्रोफेसर दुर्गावती, प्रोफेसर बी. पुष्पलता, प्रोफेसर निशा ओझा,डॉ हेतल दवे, डॉ सोनू, डॉ पूनम चौधरी, डॉ विशाल एवं प्रसूति तंत्र एवं स्त्री रोग विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे। Jaipur News
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