अरोड़ा के माता-पिता की कैंसर से हो गई थी मृत्यु
- इसलिए कैंसर रोगियों को नि:स्वार्थ सेवाएं प्रदान करने के लिए ट्रस्ट का किया था गठन | Ludhian News
लुधियाना (सच कहूँ/रघबीर सिंह)। यहां स्थित गैर सरकारी संगठन, कृष्णा प्राण ब्रेस्ट कैंसर केयर ट्रस्ट (Cancer Care Trust) ने चालू माह के दौरान स्तन कैंसर के खिलाफ व्यापक जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से रविवार को अपने यू ट्यूब चैनल पर एक लघु फिल्म ‘मेरी दास्तान’ लॉन्च की है। यह फिल्म हर युवा महिला के लिए समय पर कैंसर का पता लगाने के लिए बीएसई (ब्रैस्ट सेल्फ एग्जामिनाशन) पद्धति पर केंद्रित है। Ludhian News
आज यहां अधिक जानकारी देते हुए, सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा, जो अपने माता-पिता कृष्णा और प्राण अरोड़ा की याद में कृष्णा प्राण ब्रेस्ट कैंसर केयर ट्रस्ट चलाते हैं, ने कहा कि कभी-कभी, आत्म-देखभाल और आत्म-समझ के छोटे-छोटे कार्य बहुत बड़ा बदलाव लाते हैं। उन्होंने सभी से विशेषकर महिलाओं से इस लघु फिल्म को देखने की अपील की, जो लचीलेपन और आशा की एक सम्मोहक कहानी है। साथ ही उन्होंने लोगों से स्तन कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए इस पहल का हिस्सा बनने को कहा है।
लघु फिल्म ‘मेरी दास्तान’ लोगों को एक असाधारण व्यक्ति से परिचित कराती है जिसने स्तन कैंसर का मुकाबला करने में अटूट साहस का प्रदर्शन किया है। उनकी यात्रा इस बात का अटल प्रमाण है कि यह अजेय नहीं है यह इलाज योग्य है। यह लघु फिल्म आशा और जागरुकता के महत्व को रेखांकित करती है।
अरोड़ा ने कहा कि उन के माता-पिता की स्मृति में कृष्णा प्राण ब्रेस्ट कैंसर केयर चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा शुरु किया गया मिशन ज्ञान और समर्थन के साथ अधिक से अधिक लोगों के जीवन को सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि वे इस लघु वीडियो को अक्तूबर में लॉन्च कर रहे हैं जिसे ‘पिंक अक्टूबर’ के नाम से भी जाना जाता है। यहां यह उल्लेखनीय है कि अरोड़ा के माता-पिता की कैंसर से मृत्यु हो गई थी जिसके बाद उन्होंने कैंसर रोगियों को निस्वार्थ सेवाएं प्रदान करने के लिए ट्रस्ट का गठन किया था। Ludhian News
हर साल अक्तूबर महीने में ट्रस्ट कैंसर विशेषकर स्तन कैंसर के खिलाफ जागरुकता पैदा करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करता है। ट्रस्ट अब तक 250 से अधिक कैंसर रोगियों के इलाज के लिए हर तरह की सहायता प्रदान करने में मदद कर चुका है। पिछले साल अक्टूबर में भी, फैशन ब्रांड फेमेला के सहयोग से ट्रस्ट ने स्तन कैंसर के खिलाफ जागरुकता पैदा करने के उद्देश्य से यूट्यूब पर ‘रिवाइंड’ नामक एक लघु फिल्म लॉन्च की थी।
अरोड़ा ने कहा कि कैंसर के खिलाफ जागरुकता जरुरी है क्योंकि अगर समय रहते इस बीमारी का पता चल जाए तो कई अनमोल मानव जीवन बचाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कैंसर का इलाज किसी भी अन्य बीमारी की तरह किया जा सकता है, अगर इसका पता पहली स्टेज पर चल जाए। उन्होंने कहा कि स्तन की स्व-परीक्षा इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है। यहां बता दें कि अरोड़ा स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में काफी काम कर रहे हैं। वह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर संसदीय स्थायी समिति के सदस्य हैं। वह डीएमसीएच मैनेजिंग सोसाइटी, लुधियाना के उपाध्यक्ष भी हैं। उनकी पहल से नई दिल्ली के रहने वाले करीब डेढ़ साल के कनव जांगड़ा को 17.50 करोड़ रुपए (21 लाख अमेरिकी डॉलर) का इलाज मिल सका। Ludhian News
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