रामेश्वरम्-मदुरई की नि:शुल्क यात्रा के लिए स्पेशल ट्रेन से हुए रवाना
- ट्रेन में सवार होते ही झूम उठे खुशी से
हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। वरिष्ठ नागरिक तीर्थ दर्शन योजना के तहत रामेश्वरम्-मदुरई की यात्रा के लिए जिले के 310 वरिष्ठ नागरिक सोमवार को नाचते-गाते स्पेशल ट्रेन (Indian Railways) के जरिए हनुमानगढ़ जंक्शन रेलवे स्टेशन से रवाना हुए। राज्य की तीसरी एवं हनुमानगढ़ की पहली ट्रेन को शिल्प एवं माटी कला बोर्ड अध्यक्ष (राज्य मंत्री) डूंगरराम गेदर ने रेलवे स्टेशन से रामेश्वरम्-मदुरई तीर्थस्थल के लिए हरी झंडी दिखाकर रवानगी दी।
देवस्थान विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विधायक प्रतिनिधि भूपेन्द्र चौधरी, नगर परिषद सभापति गणेश राज बंसल, देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त ओमप्रकाश पालीवाल, जिला परिषद सदस्य मनीष गोदारा, गुरमीत सिंह सहित मौजूद अन्य जनप्रतिनिधियों ने वरिष्ठ तीर्थ यात्रियों को शुभकामनाएं देते हुए रवाना किया। ढोल बजाकर सभी यात्रियों को ससम्मान ट्रेन में बैठाया गया। बुजुर्ग यात्री खुशी से झूम उठे और राज्य सरकार की ओर से करवाई जा रही नि:शुल्क तीर्थों की यात्रा के लिए आभार जताने लगे। अधिकतर यात्री ऐसे थे जो पहली बार रामेश्वरम की यात्रा पर रवाना हुए। यात्रियों का कहना था कि उनका सपना था कि वे रामेश्वरम की यात्रा करें। आज उनका सपना राजस्थान सरकार पूरा कर रही है। इस ट्रेन का 10 जुलाई को वापस हनुमानगढ़ जंक्शन पहुंचना प्रस्तावित है। Indian Railways
देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त ओमप्रकाश पालीवाल ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थ दर्शन योजना के तहत राज्य के 60 साल से अधिक आयु सीमा वाले बुजुर्गों को मुफ्त में तीर्थ यात्रा कराई जाती है। मुख्यमंत्री गहलोत ने बजट 2023-24 में एक वर्ष में 40 हजार वरिष्ठ नागरिकों को नि:शुल्क तीर्थ यात्रा करवाने घोषणा की थी। इसी सिलसिले में योजना के तहत तीर्थ यात्रा के लिए सोमवार को हनुमानगढ़ से पहली व राजस्थान से तीसरी ट्रेन चलाई गई है। ट्रेन में हनुमानगढ़ जिले के 310 यात्रियों को राज्य सरकार की ओर से नि:शुल्क रामेश्वरम्-मदुरई की यात्रा करवाई जा रही है।
हनुमानगढ़ के बाद सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन से श्रीगंगानगर जिले के 340, जोधपुर रेलवे स्टेशन से जैसलमेर जिले के 25 एवं जोधपुर जिले के 105 यात्रियों को लेकर यह ट्रेन रवाना हुई। यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए सफर के दौरान ट्रेन प्रभारी, चिकित्सा अधिकारी मय नर्सिंग स्टाफ एवं प्रत्येक कोच में 2 अनुरक्षक भी नियुक्त किए गए हैं। यह ट्रेन रामेश्वरम जाकर 10 जुलाई को वापस आएगी। यह यात्रा एक सप्ताह तक की है। ट्रेन में बैठने से लेकर वापस आने तक चाय, नाश्ता, भोजन, रामेश्वरम में रहने आदि की व्यवस्था देवस्थान विभाग की ओर से नि:शुल्क करवाई जाएगी। Indian Railways
इस यात्रा का मकसद ऐसे वरिष्ठजन जो साठ साल की आयु पूर्ण कर चुके हैं और स्वावलम्बी नहीं हैं, उन्हें अपने जीवन में एक बार नि:शुल्क किसी तीर्थस्थान का दर्शन करवाना है। उन्होंने बताया कि कई यात्री ऐसे भी हैं जिन्होंने पहली बार ट्रेन देखी है। इनमें करीब 80-90 प्रतिशत यात्री ऐसे हैं जो पहली बार रामेश्वरम जा रहे हैं। यात्रा के लिए 2022 में आवेदन आमंत्रित किए गए थे। आवेदन करने वाले सभी यात्रियों को रामेश्वर की यात्रा करवाई जा रही है।
यह भी पढ़ें:– लुधियाना में सांप के काटने से दम्पति की मौत