शेरपुर के डेरा अनुयायी का रक्तदान के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि, ‘इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड’ में नाम दर्ज

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं से हुआ संभव : फनी इन्सां

सच कहूँ/रवि गुरमा
शेरपुर। जिला संगरुर के पिछड़े समझे जाने वाले कस्बा शेरपुर के डेरा प्रेमियों ने खूनदान के क्षेत्र में ऐसी मिसाल कायम की है, जिस कारण उसका नाम भारत के वर्ल्ड रिकार्डों वाली बुक ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में दर्ज हो गया है। ब्लॉक शेरपुर के फनी गोयल इन्सां पुत्र पवन कुमार के अंदर इंसानियत को लेकर ऐसा जुनून पैदा हुआ कि उसके जुनून ने उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज करवा गया। फनी इन्सां ने सच-कहूँ प्रतिनिधि से बातचीत करते बताया कि डेरा सच्चा सौदा, सरसा के पूजनीय गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणायों की बदौलत उसने 10 जनवरी 2021 से 19 अक्तूबर 2021 तक लगातार चार बार खूनदान किया गया जिसको लेकर उसका नाम इंडिया बुक आॅफ रिकार्ड में दर्ज हुआ है।

फनी अब तक 30 बार खूनदान कर चुका है। फनी इन्सां ने बताया कि मैं लगातार तीन महीनों बाद खूनदान करता हूँ, मुझे इन्तजार रहता है कि मेरे खूनदान करने के तीन महीने कब पूरे होंगे और मैं किसी जरुरतमंद की खूनदान करके जान बचा सकूँ। उसने बताया कि मैं ज्यादातर खूनदान करने के लिए पूज्य बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लॅड बैंक सरसा में ही जाता हूँ, चाहे कोरोना महामारी का दौर आया जबकि हर कोई व्यक्ति डर रहा था परन्तु मैं उस समय भी अपना खूनदान करना जारी रखा। मैंने संगरुर के सिविल अस्पताल में जाकर कोरोना महामारी के दौरान भी खूनदान किया। खूनदान करने उपरांत मुझे एक ऐसी खुशी मिलती है जिसका मैं बयान नहीं कर सकता। मुझे यह हौसला पूज्य गुरुजी की प्रेरणा से ही मिलता रहा। क्योंकि पूज्य गुरु जी के वचन हैं कि यदि मनुष्य दूसरों का भला करता है तो उस मनुष्य का भला परमात्मा खुद करता है।

फनी इन्सां ने आगे बताया कि खूनदान करने उपरांत उसे कभी भी कोई शारीरिक समस्या नहीं आई बल्कि हर बार पहले की अपेक्षा भी तंदरुस्त महसूस करता हैं। आम लोगों से अपील करते कहा कि ऐसे कार्य करने के लिए नौजवानों को आगे आना चाहिए जिससे लोगों की कीमती जानें बचाई जा सकें क्योंकि एक यूनिट खूनदान करने के साथ तीन से चार व्यक्तियों की जान बच सकती है। यदि हमारे खूनदान करने के साथ किसी व्यक्ति की जान बचती है तो इससे बड़ा पुण्य का कोई नहीं हो सकता।

नई पहल के लिए मैं दिल से सत्कार करता हूं : एसएमओ

सरकारी कम्यूनिटी हैल्थ सैंटर के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. किरपाल सिंह ने फनी इन्सां की प्रशंसा करते हुए कहा कि मैं ऐसे इंसान का दिल से सत्कार करता हैं जो इसने नई पहल की है। कोरोना काल के दौरान जब लोग अपने घरों में से नहीं निकलते थे तो इस के द्वारा उस समय भी खूनदान किया गया। यह मानवता की सेवा का बड़ा सबूत है। इस लड़के को मिलने के लिए मैं खुद जाऊँगा और अपनी तरफ से अपने सीनियर अधिकारियों व डीसी साहब को लिखित पत्र भेज कर प्रशंसा पत्र देने के लिए विनती करुँगा।

ऐसे युवाओं से लोगों को शिक्षा लेनी चाहिए : विक्की

लोक सेवा खूनदान क्लब के प्रधान अमृतपाल विक्की नंगल ने कहा कि ऐसे नौजवानों से लोगों को शिक्षा लेनी चाहिए क्योंकि इसने लगातार चार बार खूनदान किया है। जब इस नौजवान को कोई दिक्कत परेशानी नहीं आई तो अन्य को कैसे आ सकती है। लोग कई बार खूनदान करने से घबराते हैं। परन्तु इस नौजवान से शिक्षा लेकर लोगों को खूनदान करने के आगे आने चाहिए।

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