बांग्लादेश (एजेंसी)। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय (Sajeeb Wazed) ने सोमवार को घोषणा करते हुए कहा कि उनकी मां राजनीति में अब वापस नहीं आएंगी। यह बयान हसीना के इस्तीफे और बांग्लादेश से प्रस्थान के बाद आया है, जो प्रधानमंत्री के रूप में अपना 15 साल का कार्यकाल पूरा कर रही हैं और भारत में उनके आगमन को चिह्नित कर रही हैं। Sheikh Hasina
जॉय ने एक चैनल के कार्यक्रम में बताया कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ‘निराश’ हैं कि उन्होंने इतने इतने काम अल्पसंख्यकों के लिए किए हैं फिर भी अल्पसंख्यक उनके खिलाफ उठ खड़े हुए। चैनल ने शेख हसीनी के हवाले से कहा, ‘‘ मैं बहुत निराश हूं कि इतनी मेहनत के बाद भी अल्पसंख्यक उनके खिलाफ उठ खड़े हुए।’’ जॉय ने इस बात का भी दावा किया है कि शेख हसीना रविवार से ही प्रधानमंत्री पद छोड़ने का विचार कर रही थीं।
”उन्होंने देश को तब संभाला जब यह एक असफल देश था”
सजीब ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के रूप में अपनी मां हसीना के कार्यकाल का भी बचाव किया, उन्होंने कहा कि उन्होंने देश को तब संभाला जब यह एक असफल देश था और अब इसे उन्होंने बदल दिया। जब उन्होंने सत्ता संभाली तो इसे एक असफल देश माना जाता था। यह एक गरीब देश था। आज तक इसे एशिया के उभरते देशों में से एक माना जाता था। वह बहुत निराश हैं। Sheikh Hasina
जॉय, पूर्व प्रधानमंत्री के आधिकारिक सलाहकार थे, ने खुलासा किया कि शेख हसीना ने अपनी सुरक्षा के लिए अपने परिवार के आग्रह पर देश छोड़ दिया। प्रदर्शनकारियों के प्रति सरकार के कठोर रवैये के आरोपों के जवाब में, जॉय ने कहा, ‘‘आपने पुलिसकर्मियों को पीट-पीटकर मार डाला है – कल ही 13 लोगों की हत्या की गई। तो आप पुलिस से क्या उम्मीद करते हैं जब भीड़ लोगों को पीट-पीटकर मार रही हो?’’
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर चली गईं, सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली के खिलाफ हफ्तों तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद हिंसा में कम से कम 300 लोग मारे गए और यह उनके 15 साल के शासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई। Sheikh Hasina