पटना । जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता शरद यादव ने आज अपनी चुप्पी तोड़ते हुए महागठबंधन टूटने पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि बिहार में महागठबंधन के टूटने से मैं बहुत नाराज हूं। बिहार में महागठबंधन टूटने से नाराज जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी सांसद शरद यादव पहली बार मीडिया के सामने आए। शरद यादव ने कहा कि बिहार जनता ने हमें बीजेपी के साथ आने के लिए जनादेश नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि गठबंधन टूटने का उन्हें अफसोस है।
बिहार में लालू यादव की आरजेडी का साथ छोड़ नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ सरकार बना ली है जिसके बाद से पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव नाराज बताए जा रहे हैं।
बिहार की जनता ने इस गठबंधन को दिया जनादेश
शरद यादव ने कहा कि हिंदुस्तान की जनता के साथ हम खड़े थे, बिहार की जनता ने इस गठबंधन को अपना जनादेश दिया था। मैंने तीन महीने तक इसके लिए काफी भागदौड़ की, लगातार जनसभाएं हुईं सब एकजुट थे बीजेपी को हमने बिहार से खदेड़ दिया था। हमने और लालू जी ने मिलकर बीजेपी को रोकने के लिए गठबंधन बनाया था लेकिन वह चल नहीं सका जिससे मुझे आंतरिक कष्ट हुआ है।
शरद यादव से मुलाकात के बाद डी राजा ने कहा था कि वह नीतीश कुमार के फैसले से खुश नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक राजा ने शरद यादव से बीजेपी और नीतीश कुमार के खिलाफ डेमोक्रेटिक फ्रंट के साथ खड़े रहने की बात भी कही। साथ ही जेडीयू के आरजेडी-कांग्रेस से अलग होने के बाद महागठबंधन के भविष्य पर भी चर्चा की गई थी।
नीतीश कुमार की ओर से भ्रष्टाचार को एक बड़ा कारण बताते हुए लालू यादव के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद शरद यादव ने सोशल मीडिया पर काले धन और पनामा पेपर्स को लेकर मोदी सरकार और BJP पर निशाना साधा था।
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