शामली में पुलिस से लूटे थे सरकारी हथियार
शामली (राकेश छोकर)।
झिंझाना के कमालपुर चेक पोस्ट पर बदमाशों द्वारा पुलिसकर्मियों पर हमला कर लूटी गयी इंसास व रायफल को झिंझाना पुलिस व स्वॉट टीम ने रंगाना में जंगल में हुई मुठभेड़ के बाद बरामद कर लिया है। मुठभेड में जहां दो बदमाश गोली लगने से घायल हो गए वहीं एक बदमाश को टीम ने दबोच लिया जबकि दो बदमाश फरार हो गए। इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। घायल बदमाशों व पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सरकारी हथियारों के अलावा एक पिस्टल, तीन कारतूस व घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद की है। गैंग का मास्टरमाइंड पंजाब में खालिस्तान समर्थकों के संपर्क में है और उसी के कहने पर सरकारी असलाह लूटे गए थे। बदमाशों का इरादा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की हत्या करने का था।
इस बाबत जानकारी देते हुए मेरठ जोन के आईजी प्रशांत कुमार ने बताया कि 2 अक्तूबर की रात झिंझाना की बिडौली स्थित कमालपुर चेक पोस्ट पर ड्यूटी पर तैनात हैड कांस्टेबिल संसार सिंह व होमगार्ड संजय वर्मा से बाइक सवार बदमाशों ने सरकारी हथियार लूटने का प्रयास किया था और विरोध करने पर होमगार्ड संजय सिंह को गोली मारकर इंसास व रायफल लूट ले गए जबकि संसार सिंह ने किसी प्रकार भागकर अपनी जान बचायी। सरकारी हथियार लूटे जाने से पूरे पुलिस विभाग में खलबली मच गयी, पुलिस ने घायल होमगार्ड को उपचार के लिए चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक व सहारनपुर परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर बदमाशों की गिरफ्तारी व हथियार बरामद करने के निर्देश दिए जिसके बाद से ही एसपी दिनेश कुमार सिंह लगा तार इस घटना के खुलासे के प्रयास में जुटे हुए थे।
खालिस्तानी ताकतों से हैं आरोपियों के संबंध: मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाशों ने अपने नाम अमरीत उर्फ अमृत पुत्र पाल्ला निवासी सैक्टर नंबर 6 गली नंबर 2 मौहल्ला विकास नगर थाना करनाल सिटी जनपद करनाल हरियाणा व गुरुजेन्ट उर्फ जिंटा पुत्र कुलवंत निवासी ग्राम धलावली थाना गंगोह जनपद सहारनपुर बताए जबकि तीसरे बदमाश ने अपना नाम करम सिंह पुत्र गुरुचरण निवासी गांव रंगाना फार्म थाना झिंझाना शामली बताए। प्रेसवार्ता में आईजी ने बताया कि इस गैंग का मास्टरमाइंड जर्मन पुत्र कुलवंत निवासी बिरसा का डेरा गांव अजीजपुर थाना झिंझाना, शामली है और उसके पंजाब में खालिस्तान का समर्थकों से संबंध है। उसी की योजना के अनुसार पुलिस पिकेट से असलाह लूटे गए थे जो करम सिह के पास छिपाकर गुरुद्वारे के कमरे में रख दिए गए थे।
प्रकाश सिंह बादल थे मुख्य टारगेट: आईजी प्रशांत कुमार ने बताया कि कमालपुर चेक पोस्ट से लूटे गए हथियारों का प्रयोग पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की होने वाली रैली में हमला कर अफरातफरी का माहौल पैदा करने व किसी राजनेता या बादल को निशाना बनाकर उनकी हत्या करने में होना था क्योंकि प्रकाश सिंह बादल खालिस्तान समर्थकों का विरोध करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मुठभेड में घायल बदमाश गुरुजेन्ट उर्फ जिंटा व अमरीत उर्फ अमृत ने बताया कि जर्मन के पास काफी मात्रा में असलाह है जो पंजाब के रोपड के एक गांव में छिपाकर रखे गए हैं, जिनका प्रयोग विशेषकर बादल व उनकी रैलियों में करने का था। उन्होंने बताया कि फरार दो अन्य बदमाशों जर्मन पुत्र कुलवंत व करमा पुत्र अजीत सिंह निवासीगण अजीजपुर थाना झिंझाना की तलाश में दबिश दी जा रही है। मेरठ आईजी प्रशांत कुमार ने टीम को पचास हजार रुपये का ईनाम देने की भी घोषणा की।
खालिस्तानी ताकतों से हैं आरोपियों के संबंध: मुठभेड़ के बाद पकड़े गए बदमाशों ने अपने नाम अमरीत उर्फ अमृत पुत्र पाल्ला निवासी सैक्टर नंबर 6 गली नंबर 2 मौहल्ला विकास नगर थाना करनाल सिटी जनपद करनाल हरियाणा व गुरजंट उर्फ जिंटा पुत्र कुलवंत निवासी ग्राम धलावली थाना गंगोह जनपद सहारनपुर बताए जबकि तीसरे बदमाश ने अपना नाम करम सिंह पुत्र गुरुचरण निवासी गांव रंगाना फार्म थाना झिंझाना शामली बताए। प्रेसवार्ता में आईजी ने बताया कि इस गैंग का मास्टरमाइंड जर्मन पुत्र कुलवंत निवासी बिरसा का डेरा गांव अजीजपुर थाना झिंझाना, शामली है और उसके पंजाब में खालिस्तान के समर्थकों से संबंध है। उसी की योजना के अनुसार पुलिस पिकेट से असलाह लूटे गए थे जो करम सिह के पास छिपाकर गुरुद्वारे के कमरे में रख दिए गए थे।
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