कसोरे लेकर विद्यालय पहुंची नन्ही-मुन्नी छात्राएं
रोजाना चोगा-पानी रखने का लिया संकल्प
सच कहूँ/सुनील वर्मा
सरसा। शाह सतनाम जी गर्ल्स स्कूल में दुनियावी शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को इंसानियत व रूहानियत का पाठ भी पढ़ाया जाता है। इसकी बानगी मंगलवार को विद्यालय प्रांगण में उस समय देखने को मिली, जब विद्यालय के प्राइमरी विंग में यूकेजी कक्षा की नन्ही-मुन्नी छात्राएं पूज्य गुरु जी द्वारा शुरू की गई पक्षी उद्धार मुहिम यानी सेव बर्ड के तहत विद्यालय में मिट्टी से बने कसोरे (परिंडे) लेकर पहुंची। इतना ही नहीं छात्राएं कसोरों के साथ इनमें पक्षियों के लिए डालने हेतु दाने भी लेकर आई। सेव बर्ड मुहिम का हिस्सा बनने पर छात्राओं के चेहरों पर एक अगल की खुशी नजर आई। छात्राओं ने स्कूल में अध्यापिकाओं के सानिध्य में कसोरों के बाहर अलग-अलग कलर किया और उनपर सुंदर एमएसजी अंकित किया। साथ ही छात्राओं ने संकल्प लिया कि वह कसोरों को अपने घरों की छतों पर रखेंगी और इनमें रोजाना चोगा-पानी डालेगी।
पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं का ही कमाल: डॉ. शीला पूनिया
वहीं प्राइमरी विंग की अन्य कक्षाओं की छात्राओं द्वारा स्कूल प्रांगण में बेजुबान पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए अलग-अलग स्थानों पर कसोरे बांधे। शाह सतनाम जी गर्ल्स स्कूल की प्रिंसीपल डा. शीला पूनिया इन्सां ने कहा कि पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं का ही कमाल है कि शाह सतनाम जी गर्ल्स स्कूल की छात्राएं इन्सानियत के कार्यो में हमेशा आगे रहती है। स्कूल की प्रारंभिक कक्षाओं में ही छात्राओं को परहित के कार्य करने का पाठ पढ़ाया जाता है।
अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter, Instagram, LinkedIn , YouTube पर फॉलो करें।