Shah Satnam Ji Girls College | जिस घर में होगा लड़कियों का सम्मान, वही होगा स्वर्ग समान: डॉ. चरणप्रीत कौर
-‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ व ‘डिजिटल इंडिया’मुहिम की सराहना
सरसा (सच कहूँ न्यूज)। महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों और उनके अधिकारों के संरक्षण के बारे में जागरूकता पैदा करने के मकसद हेतू 11 अक्तूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर (Shah Satnam Ji Girls College) शाह सतनाम जी गर्ल्स कॉलेज सरसा में वूमेन सैल तथा आइक्यूएसी सैल के संयुक्त तत्वावधान में जागरूकता व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान का थीम था-‘अब हमारा समय है-हमारे अधिकार हमारे भविष्य’।कार्यक्रम का आरंभ प्राचार्या डॉ. गीता मोंगा तथा कॉलेज आइक्यूएसी कोआर्डिनेटर डॉ रिशु तोमर द्वारा मुख्याथिति डॉ. चरणप्रीत कौर व डॉ. मीना गोपालनी के स्वागत के साथ हुआ।
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मंच संचालन डॉ. मोनिका ने किया
मंच संचालन डॉ. मोनिका के द्वारा किया गया। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सेमीनार हाल में उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि डॉ. चरणप्रीत कौर ने कहा कि युवा लड़कियों की आवाज को सशक्त करने तथा उनके अधिकारों को दिलवाने के लिए यह दिन पूरे विश्व में मनाया जाता है। उन्होंने घरेलू हिंसा, बाल विवाह, सामूहिक दुराचार जैसी सामाजिक बुराइयों को दूर करने पर बल दिया। इसके साथ ही ‘ बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ‘ व ‘डिजिटल इंडिया’ मुहिम की सराहना की।
समाज में लड़कियों का अहम योगदान: डॉ. मीना गोपलानी
डॉ. चरणप्रीत कौर ने छात्राओं को समाज में नारी जाति पर होने वाले अन्याय के खिलाफ खड़े होने के लिए
प्रेरित किया। इसी कड़ी में डॉ. मीना गोपलानी ने छात्राओं को समाज में लड़कियों के अहम योगदान के बारे में अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।उन्होंने कहा कि यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लिंग-आधारित चुनौतियों को समाप्त करता है। जिसका सामना दुनिया भर में लड़कियां करती हैं, जिसमें बाल विवाह, उनके प्रति भेदभाव और हिंसा शामिल है। उन्होंने प्राणायाम के माध्यम से अपने मन की शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। इस व्याख्यान समारोह में डॉ. रिशु तोमर ने मानसिक रूप से मजबूत रहने व महिलाओं के अधिकारों के प्रति जागरूक किया।
मुख्याथितियों को स्मृति चिन्ह देकर किया सम्मानित
समारोह के अंत में प्राचार्य डॉ. गीता मोंगा ने मुख्याथितियों का महाविद्यालय की छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर जागरूक करने के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि हम सब को मिल कर समाज में शिक्षा के द्वारा अपनी शक्ति को पहचानना है और अपने मूल्यों को पहचान कर अपना नाम बनाना है। प्राचार्या महोदया डॉ. गीता मोंगा व डॉ. रिशु तोमर ने समारोह के अंत में मुख्याथितियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के वूमेन सैल की सहसंयोजिका डॉ. चंचल रानी व पूनम धमीजा के साथ समस्त छात्राएं व स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
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