महाग्राम योजना से जुड़े धनौरी और ढांड गाँव में बिछेगी सीवरेज लाइन

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Kaithal महाग्राम योजना से जुड़े धनौरी और ढांड गाँव में बिछेगी सीवरेज लाइन

कैथल| सच कहूं /कुलदीप नैन। सरकार के आदेशों के तहत जन स्वास्थ्य विभाग की तरफ से वर्ष 2016 में महाग्राम योजना की शुरुआत की थी। इसमें 10 हजार से ज्यादा की आबादी वाले गांव का चयन कर सीवरेज लाइन बिछाई जा रही है। कैथल जिले में शामिल हुए धनौरी गाँव की डीपीआर हेडक्वार्टर भेजी है | इसका एस्टीमेट बनकर आ चूका है इसमें 69 करोड़ रूपये से निर्माण कार्य होगा | जिसमे से 25 करोड़ 24 लाख से वाटर वर्क्स और 44 करोड़ 61 लाख से सीवरेज लाइन व मलशुद्धि केंद्र (एसटीपी) का निर्माण होगा | ढांड ब्लाक के गांव ढांड में कुल 61 करोड़ रुपये से कार्य होगा। इसमें नौ कराेड़ से वाटर सप्लाई व 52 करोड़ से सीवरेज व एसटीपी का कार्य पूरा किया जाएगा।

वहीं पूंडरी ब्लाक के गांव फतेहपुर में 32 करोड़ से सीवरेज लाइन व एसटीपी का निर्माण कार्य चल रहा है। यहां पांच करोड़ से वाटर सप्लाई का कार्य है जिसमे ट्यूबवेल भी लगाये जायेगे। इसी तरह से गांव कौल में 20 करोड़ से सीवरेज लाइन व एसटीपी का कार्य होगा। यहां 2 करोड़ तीन लाख रुपये से वाटर सप्लाई बनाई जाएगी। गांव फरल में सात करोड़ से नए ट्यूबवेल व 18 करोड़ रुपये से एसटीपी व सीवरेज लाइन बिछाई जाएगी।

बता दे कि गांव क्योड़क और पाई में पहले से ही कार्य पूरा हो चूका है | क्योड़क में 15 करोड़ 73 लाख रुपये से सीवरेज की लाइन, एसटीपी का निर्माण कार्य किया गया है। इस गांव में यह कार्य पूरा हो चुका है। पाई में 19 करोड़ 42 लाख रुपये से सीवरेज लाइन, एसटीपी का कार्य हुआ है। सीवन में 30 करोड़ 60 लाख रुपये से सीवरेज लाइन, एसटीपी का निर्माण कार्य होना है।

पहले फेज में
1. क्योड़क
2. पाई

दूसरे फेज में
1. फतेहपुर
2. कौल
3. फरल

तीसरे फेज में
1. ढांड
2. धनौरी

ये है योजना

राज्य सरकार की तरफ से बड़े गांवों को शहरों की तर्ज पर आधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए सरकार की तरफ से महा ग्राम योजना शुरू की गयी है। इस योजना के सन्दर्भ में कहा गया है कि 10 हजार से उपर की आबादी के गाँवों में नियमानुसार गांवों का विकास किया जाएगा और लोगों को शहरों जैसी सीवरेज, पीने के पानी, सड़कों व अन्य सुविधाएं दी जाएगी ।

जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता विरेंद्र रोहिला ने बताया कि महाग्राम योजना के तहत दस हजार से ज्यादा की आबादी वाले गांव का चयन किया गया है। अब तक क्योड़क व पाई गांव में कार्य पूरा हो चुका है। अन्य गांव में विकास कार्य चल रहे हैं।

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