हिसार (सच कहूँ/संदीप सिंहमार)। दक्षिण-पश्चिम मानसून की गति धीमी होने के कारण उत्तर भारत में एक बार फिर भीषण गर्मी का दौर जारी है। मानसून की उत्तरी सीमा दक्षिण तटीय गुजरात के सिरे तक पहुंच गई है। दूसरी तरफ जब पूर्वोत्तर भारत में मानसून की शुरूआत हुई थी, तब से ही मानसून की पूर्वी शाखा स्थिर बनी हुई है। अगले कुछ दिनों में मानसून की सक्रियता कमजोर होने की संभावना है। Weather Alert
हरियाणा, पंजाब, दिल्ली एनसीआर व राजस्थान में 20 जून के बाद ही राहत मिलने की उम्मीद है। मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार इस दौरान मानसून की पूर्वी और पश्चिमी दोनों शाखाऐं धीमी गति से आगे बढ़ेंगी। इससे देश के उत्तरी हिस्सों में गर्मी की स्थिति और अधिक बढ़ जाएगी। मानसून को आगे बढ़ाने के लिए स्थिति दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात में समुद्र तट के दोनों ओर बनने वाली प्रणालियों के प्रभाव में आगे बढ़ता है। इसके साथ ही मानसून की बारिश गुजरात के साथ लगते राजस्थान में होनी शुरू हो जाती है।
यदि मानसून चक्र की बात करें तो बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले मानसून के निचले स्तर/दबाव और मध्य भागों से होते हुए पश्चिम मध्य प्रदेश तक पहुंचने से गुजरात में मानसून आगे बढ़ने की स्थिति बन जाती है। उत्तरी मैदानी इलाकों में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान में कम गर्मी के प्रभाव में अरब सागर से आने वाली मजबूत मानसून धारा भी गुजरात के आंतरिक हिस्सों में मानसून को ले जाने के लिए एक विश्वसनीय स्रोत है। इसके बाद ही मानसून उत्तर भारत का रूख करता है।
कमजोर होते मानसून ने बढ़ाई चिंता | Weather Alert
मौजूदा समय में इनमें से कोई भी स्थिति मानसून के आगे बढ़ने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में देश में मानसून कमजोर हो जाएगा। राज्य के तटीय भागों में वायुमंडल के निचले स्तर में अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी, लेकिन इस सुविधा को समर्थन देने के लिए कोई प्रेरक कारक नहीं है। अगले एक सप्ताह के दौरान बादलों की परत के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। लेकिन,यह मानसून की धारा खींचने के लिए काफी नहीं हो सकती है। नतीजतन, गुजरात के अधिकांश हिस्सों में मानसून की अच्छी प्रगति में थोड़ी देरी हो सकती है। इसी वजह से उत्तर भारत में असर दिख रहा है। उत्तर भारत विशेकर पंजाब,हरियाणा, राजस्थान,दिल्ली एनसीआर,उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश में गर्मी एक बार फिर से अपना रूप दिखा रही है।
धूल भरी आंधी की संभावना
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा राज्य में पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव के कारण मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में बीच बीच में आंशिक बादलवाई तथा धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे तापमान में हल्की गिरावट संभावित। परंतु 15 जून से 19 जून के दौरान मौसम आमतौर पर खुश्क व गर्म रहने की संभावना भी है। इस दौरान उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने तथा बीच-बीच में हल्के बादल तथा धूल भरी हवाएं चलने की भी संभावना है। इस के बाद 20 जून से मौसम में फिर से बदलाव संभावित। Weather Alert
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