सैल्यूट। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों ने दी अंतिम विदाई (Body Donation)
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लखुआना के पहले शरीरदानी बने भागीराम इन्सां
सच कहूँ/राजमीत इन्सां डबवाली। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा 135 मानवता भलाई कार्यों चलाए गए हैं। उनमें से एक है ‘अमर सेवा’ यानि मरणोपरांत शरीरदान करना। इसी मुहिम के तहत वीरवार को डबवाली
ब्लॉक के गांव लखुआना में मेडिकल शोध के लिए शरीरदान हुआ। 78 वर्षीय भागीराम इन्सां अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करते हुए कुल मालिक के चरणों में जा विराजे। जिसके पश्चात परिवारिक सदस्यों ने पूज्य गुरु जी पावन शिक्षा का अनुसरण करते हुए पार्थिक शरीर को मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया गया।
15 मेंबर विक्की इन्सां, भिंदर इन्सां, श्योनारायण इन्सां, जगसीर इन्सां, गुलजार इन्सां ने बताया कि 78 वर्षीय भागीराम इन्सां के दो बेटे भरत लाल व देसराज है। उनका पूरा परिवार पिछले काफी समय से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि वीरवार सुबह 5 बजे भागीराम इन्सां अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करते हुए मालिक के चरणों में जा विराजे। जिसके बाद परिजनों को उनके पार्थिक शरीर को रामा मेडिकल कॉलेज अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर, हापुर, दिल्ली को दान किया।
‘भागीराम इन्सां अमर रहे’ से गूंजा आसमान
अंतिम यात्रा के दौरान डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादार, साध-संगत व रिश्तेदारों ने शामिल होकर ‘जब तक सूरज चांद रहेगा भागीराम इन्सां तेरा नाम रहेगा…’ भागीराम इन्सां अमर रहे…,शरीर दान महादान के नारे लगाकर पार्थिव शरीर को विदाई दी। बता दें कि भागीराम इन्सां लखुआना के पहले शरीरदानी बने हैं। वहीं डेरा अनुयायी द्वारा मेडिकल शोध के लिए शरीरदान करने पर ग्रामीण लोगों व सामाज के गणमान्यजनों ने डेरा सच्चा सौदा मुहिम की सराहना की।
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