पटना। उत्तर भारत में भारी बारिश से बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। पहाड़ पर हो रही लगातार बारिश से महानंदा, गंगा एवं कोसी नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है। अररिया, पूर्णिया और किशनगंज के साथ-साथ कटिहार का कुछ हिस्सा बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में है। इसके अलावा सीमांचल, पूर्वी चम्पारण और पश्चिमी चम्पारण के कुछ इलाके भी बाढ़ में डूबे हुए हैं। उत्तरी बिहार और नेपाल के तराई इलाकों में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बरिश की वजह से अप्रत्याशित जल भराव हो गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है।
कटिहार एनजेपी रेलखंड पर रेलवे ट्रैक के उपर से पानी बहने के कारण राजधानी सहित कई ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक कर रखा गया है। रेलवे ने चार जोड़ी ट्रेनों को रद कर दिया है। पूर्वोत्तर भारत से देश का रेल संपर्क भंग हो गया है।
सीएम ने मोदी व राजनाथ से की बात
बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सेना, एनडीआरएफ एवं एसडीआरफ की टीम को राहत एवं बचाव कार्य के बुलाया है।बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार ने पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात की है।
बाढ़ से बेहाल किशनगंज, अररिया, फोरबिसगंज, जोगबनी और पश्चिम चम्पारण के नरकटियागंज में पानी घरों में घुस गया है। जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। मकान और गाड़ियां सभी पानी में डूबी हुई हैं। कई लोग अपने घरों में ही फंसे हुए हैं। एसडीआरएफ की टीमें लोगों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई हैं।
बचाव अभियान जारी
बिहार के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि पिछले 72 घंटे में अप्रत्याशित बारिश हुई है। अगल सभी आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो लगभग दो फीट तक पानी बारिश की वजह से ही है। पानी होने से ही स्थिति भयावह बनी हुई है। उन्होंने कहा कि लोगों के रेस्क्यू करने का काम शुरू कर दिया गया है, पूर्णिया एयरबेस से प्रभावित इलाकों में फूड पैकेट भी गिराये जा रहे हैं।
डीएम ने हालत की नजाकत को देखते हुए आम लोगों से धैर्य रखते हुए राहत कार्य में प्रशासन को सहयोग करने की अपील की है। सदर एसडीओ को प्राणपुर एवं बारसोई एसडीओ को आजमनगर में कैंप करने को कहा गया है। पानी के तेज बहाव एवं लगातार हो रही बारिश को देखते हुए पदाधिकारियों की छुट्टी रद कर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
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