मुंबई (एजेंसी)। अमेरिका में बांड पर बेहतर रिटर्न मिलने के बाद वहां के बाजारों में कल हुई भारी गिरावट की कारण आज घरेलू शेयर बाजार में 3 दिनों से जारी तेजी पर ब्रेक लग गया और सेंसेक्स तथा निफ्टी 1.25 फीसदी से अधिक की गिरावट लेकर खुले। बीएसई का सेंसेक्स 632 अंकों की गिरावट के साथ 51 हजार अंक के स्तर से नीचे 50812.14 अंक पर खुला। शुरूआती कारोबार में ही है 50957.29 अंक के उच्चतम स्तर तक गया, लेकिन इसके बाद शुरू हुई बिकवाली के कारण यह 50539.93 अंक के निचले स्तर तक उतर गया।
अभी यह 638 अंक टूटकर 50807.95 अंक पर कारोबार कर रहा है, पिछले दिवस सेंसेक्स जबरदस्त तेजी के साथ 51444.65 अंक पर रहा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 219 अंकों की गिरावट लेकर 15026.75 अंक पर खुला। शुरूआती कारोबार में ही है 15101. 05 अंक के उच्चतम स्तर तक चढ़ा, लेकिन इसके बाद मुनाफावसूली के कारण यह 14980 अंक तक टूट गया। अभी यह 177 अंक गिरकर 15068 अंक पर कारोबार कर रहा है। पिछले दिवस 15245.60 अंक पर रहा था।
क्या है सेंसेक्स और निफ्टी
बीएसई और एनएसई स्टॉक एक्सचेंज हैं, जहां कंपनियों के शेयरों की लिस्टिंग और खरीद-बिक्री होती है। वहीं, सेंसेक्स और निफ्टी इसके प्रमुख संकेतक हैं। इसका मतलब होता है कि इससे शेयर बाजार के सेंटिमेंट का पता चलता है। हालांकि, गौर करने वाली बात ये है कि सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव हर शेयर के उतार-चढ़ाव को नहीं दर्शाते हैं। हालांकि, इससे कुल-मिलाकर बात ये सामने आती है कि बाजार का माहौल क्या है। सेंसेक्स की बात करें तो ये 30 सबसे बड़ी कंपनियों के शेयरों पर आधारित सूचकांक है। दूसरी ओर, निफ्टी 50 सबसे बड़ी कंपनियों पर आधारित सूचकांक है।
अब प्रश्न उठता है कि आखिर इन संकेतकों की जरूरत क्या है। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि बीएसई पर करीब 5,000 से अधिक कंपनियां सूचीबद्ध हैं। ऐसे में किसी भी निवेशक को सभी कंपनियों के शेयरों की रियल टाइम में चल रही कीमत के बारे में पता करना आसान नहीं होता। ऐसे में लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सूचकांक बनाया जाता है। हालांकि, ये भी जरूरी नहीं है कि सेंसेक्स ऊपर है तो आपका पोर्टफोलियो भी हरे निशान में रहेगा।
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